हिजबुल्लाह प्रमुख की ‘बदले वाली धमकी’ के कुछ घंटे बाद ही इजरायल ने लेबनान में बरसाए बम, 10 बातें
इम्पेक्ट न्यूज़ डेस्क।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच अब लड़ाई आर पार की होती दिख रही है. कुछ दिन पहले हिजबुल्लाह के आतंकियों की पेजर और वॉकी-टॉकी धमाके में हुई मौत के बाद इस आतंकी संगठन के प्रमुख ने इजरायल को धमकी दी थी. अब जब इजरायल ने ये हमला किया है तो इसे लेकर लेबनान और ईरान इजरायल को चेतावनी देते नजर आ रहे हैं.
- IDF ने घोषणा की कि इज़राइल पर हमलों के लिए तैयार 100 से अधिक रॉकेट लांचर नष्ट कर दिए गए हैं. दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बिखरे इन लांचरों में अनुमानित 1,000 रॉकेट बैरल थे. इसके अलावा, हिजबुल्लाह की कई इमारतों और एक हथियार डिपो को भी निशाना बनाया गया.
- ये हमले हिजबुल्लाह चीफ के इजरायल को करारा जवाब देने के ऐलान के बाद किए गए हैं. इन हमलों के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में बोलते हुए हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह ने इज़राइल पर लेबनान में हिजबुल्लाह कार्यकर्ताओं के संचार उपकरणों को विस्फोट करने का आरोप लगाया.
- हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह ने हमलों को “नरसंहार” बताया और इजरायल को “बड़ा नुकसान पहुंचाने” की चेतावनी दी. हिजबुल्लाह प्रमुख ने दावा किया कि इजरायल पर हमला किया जाएगा, चाहे वह जहां भी हमला करने की उम्मीद करे और जहां भी उसे उम्मीद न हो. उनके भाषण के दौरान, इजरायली लड़ाकू विमानों ने ध्वनि अवरोध को तोड़ते हुए बेरूत के ऊपर गर्जना की.
- इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने चेतावनी दी कि देश “युद्ध के एक नए चरण” में प्रवेश कर रहा है, जिससे संकेत मिलता है कि संघर्ष, जो पहले गाजा के आसपास केंद्रित था, अब लेबनान के साथ उत्तरी सीमा तक फैल रहा है.
- ईरान द्वारा समर्थित हिजबुल्लाह, हमास का कट्टर सहयोगी रहा है, जो 7 अक्टूबर के हमले के बाद से गाजा में युद्ध के केंद्र में फिलिस्तीनी समूह है, जिसमें इज़राइल में 1,200 से अधिक लोग मारे गए. इनमें से ज़्यादातर नागरिक थे. संघर्ष अब एक क्षेत्रीय टकराव में बदल गया है, जिसमें हिजबुल्लाह उत्तरी सीमा पर इज़राइली समुदायों के खिलाफ़ रोज़ाना हमले करता है, जिससे आईडीएफ की ओर से जवाबी हमले होते हैं.
- सीमा पर इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच गोलीबारी के कारण बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला गया है, जिससे सीमा के दोनों ओर रहने वाले हजारों नागरिकों को अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है. इजरायल के उत्तरी मोर्चे पर रहने वाले समुदाय अब सख्त सैन्य दिशा-निर्देशों के अधीन हैं, जिसमें निवासियों को बम आश्रयों के करीब रहने, बड़ी भीड़ से बचने और बाहर कम से कम घूमने-फिरने का निर्देश दिया गया है.
- गैलेंट ने कहा कि युद्ध के नए चरण में अवसर के साथ-साथ जोखिम भी हैं.हिजबुल्लाह “सताया हुआ महसूस कर रहा है” और इस आतंकी संगठन को को अपनी आक्रामकता के लिए “भारी कीमत” चुकानी पड़ेगी.
- आपको बता दें कि गुरुवार को हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल के उत्तरी इलाके में रहने वाले समुदायों को निशाना बनाकर किए गए बड़े रॉकेट हमले के बाद स्थिति और बिगड़ी है. लेबनान की सीमा पर स्थित मेटुला शहर में हुए नुकसान को “बहुत बड़ा” बताया गया, जिसमें रॉकेटों के कारण घर नष्ट हो गए और आग लग गई. इजरायली आपातकालीन सेवाओं ने बताया कि कोई हताहत नहीं हुआ.
- इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया है. साथ ही दोनों से ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आग्रह भी किया जो संघर्ष को और बढ़ा सकती हैं. बाइडेन प्रशासन गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम के लिए मध्यस्थता करने के लिए संघर्ष कर रहा है, और अब मध्य पूर्व में संघर्ष को और फैलने से रोकने की अतिरिक्त चुनौती का सामना कर रहा है.
- उधर, लेबनान के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बू हबीब ने इजरायल के हवाई हमलों की निंदा करते हुए इसे “लेबनान की संप्रभुता और सुरक्षा पर एक ज़बरदस्त हमला” बताया. उन्होंने चेतावनी दी है कि इस हमले के बढ़ने से व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष शुरू होने का जोखिम है. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इजरायल की कार्रवाइयों का “कड़ा जवाब” देने की कसम खाई.