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ईरानी मुल्लाओं की बहादुरी सिर्फ महिलाओं पर निकलती है, जब इजरायल की बारी आती है तो ये बूचड़खाने के मेमने बन जाते हैं

इस्लामाबाद
फ़िलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के सुप्रीम लीडर इस्माइल हानियेह का इजरायली सेना ने कत्ल कर दिया। वो ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान तेहरान पहुंचे थे। समारोह के अगले ही दिन बुधवार 31 जुलाई को इजरायली सेना ने हवाई हमले में हानियेह को मार डाला। हानियेह की हत्या किए जाने से ईरान समेत कई मुस्लिम देश इजरायल पर बौखलाए हुए हैं। पाकिस्तान ने भी हानियेह की मौत पर रिएक्शन दिए हैं। इमरान खान की पार्टी के कद्दावर नेता फवाद चौधरी ने सीधे-सीधे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई की काबलियत पर सवाल उठाए। उन्होंने भड़कते हुए कहा कि इन ईरानी मुल्लाओं की बहादुरी सिर्फ महिलाओं पर निकलती है। जब इजरायल की बारी आती है तो ये बूचड़खाने के मेमने बन जाते हैं।

दो दिन में इजरायल ने अपने सबसे बड़े दुश्मन हमास के दो लीडरों के कत्ल का ऐलान कर दिया है। इजरायली सेना ने बताया कि हमास का सुप्रीम लीडर हानियेह हवाई हमले में मारा जा चुका है। बुधवार को इजरायल ने फिर दावा किया कि हमास का मिलिट्री चीफ मोहम्मद दीफ भी मारा जा चुका है। आईडीएफ के मुताबिक, दीफ 13 जुलाई को ही मारा गया था लेकिन, पुष्टि होनी बाकी थी। इसके अलावा इजरायल ने लेबनान में घुसकर हिजबुल्लाह के चीफ कमांडर फुआद शुकर को भी मार डाला है। शुकर को हाल ही में इजरायल के भीतर हवाई हमला करके 12 मासूमों के कत्ल का जिम्मेदार ठहराया गया था।

आठ महीने की जंग का दो दिन में अंजाम
इजरायल ने पिछले आठ महीनों से चल रही जंग को पिछले दो दिन में ही पलट दिया है। इजरायल इसे अपने लिए बड़ी जीत बता रहा है और दावा कर रहा है कि जो भी इजरायल या इजरायलियों पर बुरी नजर डालेगा, उसका हश्र यही होगा। अब हानियेह के कत्ल पर दुनिया दो खेमों में बंट गई है। ईरान, लेबनान, यमन, सीरिया समेत कई मुस्लिम देश इजरायल के इस ऑपरेशन को बड़ी हिमाकत मान रहे हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता अली अयातुत्लाह खामेनेई ने इजरायल को इसकी भारी कीमत चुकाने की चेतावनी दी है। वहीं, इजरायल ने भी हर मोर्चे पर जवाब देने की बात कही है।

हानियेह के कत्ल पर पाकिस्तानी नेता
शिया कट्टरपंथी संगठन हमास के सुप्रीम लीडर हानियेह के कत्ल पर पाकिस्तान आग बबूला है। कई पाक नेताओं ने इजरायल को इसकी भारी कीमत चुकाने की चेतावनी दी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और इमरान खान की पार्टी पीटीआई के कद्दावर नेता फवाद चौधरी ने तो अपनी भड़ास ईरान पर निकाल दी। उन्होंने सोशल मीडिया X पर ईरानी नेता खामेनेई पर जमकर गुस्सा निकाला है। उन्होंने लिखा, "इन ईरानी मुल्लाओं की बहादुरी सिर्फ महिलाओं पर निकलती है। जब इजरायल की बारी आती है तो ये बूचड़खाने के मेमने बन जाते हैं।"

वहीं, अन्य पाक नेताओं की बात करें तो जमीयत उलेमा इस्लाम (एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने इस्माइल हनिएह की शहादत पर गहरा दुख और अफसोस जताया है। मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि इस्माइल हानिया का परिवार और फिलिस्तीनी इस दुख में समान रूप से भागीदार हैं, इस्माइल हानिया की शहादत से फिलिस्तीनी स्वतंत्रता आंदोलन समाप्त नहीं होगा, जब उनकी इस्माइल हानिया से मुलाकात हुई तो वह शहादत को समर्पित थे। हत्या से पहले इस्माइल हानिया की इशाक डार से मुलाकात का वीडियो वायरल हुआ था। पीपुल्स पार्टी की नेता और सीनेटर शेरी रहमान ने कहा कि इजराइल युद्ध रोकने के बजाय उसे फैला रहा है और बातचीत और युद्धविराम को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि इस्माइल हनियेह को मारकर इजराइल ने संदेश दिया कि हमें कोई नहीं रोक सकता। मुस्लिम लीग-एन नेता मुशाहिद हुसैन सैयद ने कहा कि इस्माइल हानिया की शहादत के बाद युद्ध का खतरा बढ़ गया है।

चीन भी भड़का तो अमेरिका की सफाई
हानियेह के कत्ल पर दुनियाभर के देशों की प्रतिक्रिया आई है। ईरान और तुर्की ने इसे घोर अपराध करार दिया है तो चीन भी इजरायल को जमकर कोस रहा है। चीन ने एक बयान में कहा कि वह हानियेह की मौत की सूचना से व्यथित और चिंतित है। चीन ने इजरायल के इस ऑपरेशन को पूरी तरह से अवैध और गलत करार दिया है। उधर, अमेरिका ने मामले में सफाई दे रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने मंगलवार को एक बयान दिया कि अमेरिका की इस ऑपरेशन में कोई भागीदारी नहीं है। उन्होंने कहा कि हानियेह के खिलाफ ऑपरेशन की अमेरिका को न तो पूर्व जानकारी थी और न ही उसकी इसमें कोई भागीदारी है। हालांकि उसने इजरायल के साथ खड़े होने की बात जरूर कही।