Insurance कंपनी की मैनेजर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत कमरे में मिला शव
भोपाल
राजधानी के अवधपुरी थाना इलाके में किराए के मकान में अकेली रहने वाली 36 वर्षीय महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह एक निजी बीमा कंपनी में मैनेजर थी। पुलिस ने मर्ग कायमी के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतका मूलत: इंदौर की रहने वाली थी। पोस्टमार्टम के बाद महिला का शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है।
अवधपुरी थाना पुलिस के मुताबिक इलाके में स्थित निर्मल पैलेस कॉलोनी में रहने वाले बृजेश तिवारी ने घटना की सूचना दी थी। उन्होंने बताया कि मकान के भूतल और पहली मंजिल पर उनका परिवार रहता है। जबकि दूसरी मंजिल में मूल रूप से इंदौर की रहने वाली नेहा विजयवर्गीय पिता राजेंद्र विजयवर्गीय (36) किराए से रहती थी। नेहा एक बीमा कंपनी में मैनेजर के तौर पर पदस्थ थी।
जानकारी के अनुसार नेहा विजयवर्गीय (36) मूलतः राजगढ़ की रहने वाली थी। वह अवधपुरी स्थित निर्मल पैलेस में दूसरी मंजिल पर किराए से रहती थी और होशंगाबाद रोड स्थित एक निजी बीमा कंपनी में मैनेजर थी। मंगलवार को नेहा परिजनों का फोन रिसीव नहीं कर रही थी। इसके बाद मां ने उसके मकान मालिक को फोन किया था। शाम को मकान मालिक कमरे पर पहुंचे तो दरवाजा भीतर से बंद मिला। काफी प्रयास के भी जब दरवाज नहीं खुला तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस टीम ने बांस डालकर दरवाजे की कुंडी खोली तो अंदर बेड के पास फर्श पर नेहा का शव पड़ा हुआ था।
मृतका के पास नहीं मिला सुसाइड नोट
मृतका के मुंह से झाग निकला हुआ था। इसके साथ ही कमरे में उल्टी भी पड़ी थी, जिसेस अनुमान है कि उसने कोई जहर खाया होगा। हालांकि, कमरे से जहर की शीशी अथवा किसी प्रकार का रैपर नहीं मिला है। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। नेहा के पिता नहीं हैं, जबकि दो बहनों की शादी हो चुकी है। उसकी मां का बेटियों के घर आना-जाना लगा रहता है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। परिजनों ने नेहा के साथ अनहोनी की आशंका जताई है। परिजनों का तर्क है कि वह आत्महत्या नहीं कर सकती, किसी ने उसे जहर देकर मारा होगा।
मंगलवार शाम को नेहा की मां ने उससे बात करने के लिए काफी देर तक फोन लगाया, लेकिन नेहा ने न तो कॉल रिसीव किया और न ही मां को वापस फोन लगाया। इस पर मां ने मकान मालिक बृजेश तिवारी को फोन कर बेटी से बात कराने को बोला। बृजेश ने ऊपर जाकर देखा तो कमरे में नेहा मृत हालत में पड़ी थी। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। इसके बाद बृजेश ने पुलिस को फोन किया।
पुलिस को अंदेशा हुआ कि कही युवती ने कोई जहरीली चीज तो नहीं खा ली, लेकिन तलाशी लेने पर मौके से ऐसा कोई पदार्थ नहीं मिला। प्रारंभिक पूछताछ में परिजनों ने पुलिस को बताया कि नेहा कुछ समय से बीमार चल रही थी। पीएम के बाद महिला का शव परिजनों को सौंप दिया गया, जिसे लेकर वे वापस इंदौर रवाना हो गए। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।