इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी का फरमान- ‘भारत में आतंकी के जनाजे की न नमाज पढ़ाई जाएगी, न यहां दफनाए जाएंगे’
ग्वालियर
ऑल इंडिया इमाम आर्गेनाइजेशन के चीफ इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी ने ग्वालियर के किला गेट स्थित शाही जामा मस्जिद में जुमे (शुक्रवार) की नमाज अदा की। इस मौके पर उन्होंने मुस्लिम युवाओं और बुजुर्गों को संबोधित करते हुए आतंक और आतंकवादियों से जुड़े फतवे का ऐलान किया। कहा कि अगर कोई आतंकवादी भारत में मारा जाता है तो यहां उसके जनाजे की नमाज नहीं पढ़ाई जाएगी। उसके कब्र के लिए भारत की जमीन नहीं दी जाएगी। ऑल इंडिया इमाम आर्गेनाइजेशन के प्रमुख डॉ. उमर ने शनिवार को पत्रकारों से वार्ता में पहलगाम में निर्दोषों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि जिस तरह से पहलगाम की घटना हुई, वह अत्यंत निंदनीय है।
पीओके लेने का समय आ गया
यह हमला भारत की आत्मा पर आघात था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बार-बार कह रहे थे कि आतंकवाद का बदला लिया जाएगा और भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के ठिकानों को नष्ट कर दिया है। अब खुद मसूद अजहर भी डर हुआ है और कह रहा है कि भारत उसे भी मार सकता है। अब पीओके लेने का समय आ गया है।
बलूचिस्तान आजाद होना चाहिए
बलूचिस्तान की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज भारत की कूटनीति और विदेश नीति के साथ है, बलूचिस्तान की लंबे समय से मांग हो रही है। पाकिस्तान अन्याय कर रहा है। बलूचिस्तान की आजादी का वक्त आ गया है, बलूचिस्तान आजाद होना चाहिए। भारत-पाकिस्तान तनाव पर राहुल गांधी के सवालों को लेकर इलियासी ने कहा कि मैं कभी भी उन वक्तव्यों को नहीं मानूंगा, जो देश की नीति के विरोध में हो।
शैतानों जैसा व्यवहार होना चाहिए
आज भारत एकजुट है और जब से नरेन्द्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली है, तभी से विपक्ष लगातार हमलावर है, विपक्ष खुद ईमानदार नहीं है। देशहित में हो रहे कार्यों पर प्रधानमंत्री का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है, आतंकवादी शैतान होता है और शैतानों के साथ शैतानों जैसा ही व्यवहार होना चाहिए।