Samaj

अगर आपकी कुंडली में है मंगल दोष? करें ये उपाय, पैसों से लेकर विवाह तक सारी समस्याएं होंगी दूर

सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है। ज्योतिष कुंडली देखकर भविष्य की गणना करते हैं। कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव के चलते व्यक्ति को जीवन में ढेर सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मंगल, राहु, केतु और शनि को अशुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। इनमें मंगल विवाह और वैवाहिक जीवन के लिए अधिक कष्टकारक होता है। कुंडली में मंगल दोष लगने पर निवारण जरूरी होता है। इसके अलावा, मंगल के प्रभाव को कम करने के लिए मंगलवार के दिन विशेष उपाय किया जाता है। अगर आप भी मांगलिक दोष से पीड़ित हैं, तो मंगलवार के दिन ये उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं-

1. पहला उपाय ( रोग संबंधित)
मंगल रक्त का कारक होता है और मंगल ग्रह के कुंडली में कमज़ोर होने के कारण आपको कई रक्त अंबांधित रोगों का सामना भी करना पड़ता है. जिन भी जातकों को रक्त संबंधित कोई बिमारी है,ऐसे जातकों को 5 मंगलवार तक लगातार गरीब, बेसहारा या अपाहिच व्यक्तियों को लाल वस्तु दान करनी है, जैसे लाल कपड़े, खाद्य संबंधित लाल सामग्री. इसी प्रकार पांच लाल वस्तुएं इकट्ठा कर पांच मंगलवार तक लगातार आपको दान करना है. ऐसा करने पर अगर आप हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर जैसी रक्त संबंधी बीमारियों से ग्रस्त है तो आपको इन समस्याओं से निदान मिलेगा.

2. दूसरा उपाय ( संपत्ति संबंधित)
भूमि संबंधित कार्यों में भी मंगल प्रभावशाली रहता है. कई बार जब आपकी कुंडली में मंगल दूषित रहता है तब ऐसे जातक जिन्हें भूमि से संबंधित कार्यों में परेशानियां आ रही है या कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं या संपत्ति से जुड़े हुए विवादों में वे फंसे रहते हैं तो इन जातकों के लिए कारगर उपाय है कि11 मंगलवार तक रोजाना लाल वस्त्र पहनकर बजरंग बाण का पाठ करें या प्रार्थना करें कि उनके जो भी काम अटके हुए हैं, वह जल्द से जल्द सफल हो. ऐसे में जैसे ही यह करते हुए आपके 11 मंगलवार होंगे आपको अपने रुके हुए कार्य सफल होते हुए दिखाई देंगे.

मंगल दोष के उपाय

  •     मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है। इस दिन गणपति जी की पूजा करने से भी मंगल दोष से मुक्ति मिलती है। अतः मंगलवार के दिन स्नान-ध्यान करने के बाद विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा करें। इस समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। साथ ही हनुमानाष्टक पढ़ें।
  •     मंगलवार के दिन पूजा गृह में मंगल यंत्र स्थापित कर मंगल देव की पूजा करें। इस उपाय को करने से भी मंगल दोष का प्रभाव कम होता है।
  •     अगर आप शारीरिक रूप से सबल हैं, तो मंगलवार के दिन हनुमान जी के निमित्त व्रत अवश्य रखें। धार्मिक मान्यता है कि मंगलवार का उपवास करने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है।
  •     अगर आप मंगल दोष से पीड़ित हैं, तो निजात पाने के लिए मंगलवार के दिन श्री मंगल चंडिका स्तोत्र का पाठ करें। इस स्तोत्र का पाठ करने से भी मंगल दोष से मुक्ति मिलती है।

मंगल देव मंत्र

ॐ अं अंगारकाय नम:

ॐ भौं भौमाय नम:"

ऊँ नमो भगवते पंचवदनाय पश्चिमुखाय गरुडानना

मं मं मं मं मं सकल विषहराय स्वाहा।।
मंगल ग्रह प्रार्थना मंत्र

'ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।

कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।'
मंगल गायत्री मंत्र

ॐ क्षिति पुत्राय विदमहे लोहितांगाय

धीमहि-तन्नो भौम: प्रचोदयात।