एंड्रॉइड को टक्कर देगा देसी मोबाइल ओएस ‘BharOS’… 5 खूबियां आपको भी हैरान कर देंगी…
इम्पैक्ट डेस्क.
एक आईआईटी मद्रास (IIT Madras) इनक्यूबेटेड फर्म ने भारत को “आत्मनिर्भर” बनाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए JandK ऑपरेशंस प्राइवेट लिमिटेड की मदद से एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित किया है। डेवलपर्स ने इसे ‘BharOS’ नाम दिया है और घोषणा की है कि यह ओएस देश के 100 करोड़ मोबाइल फोन यूजर्स को लाभान्वित कर सकता है। यह सॉफ़्टवेयर कमर्शियल ऑफ-द-शेल्फ हैंडसेट पर इंस्टॉल किया जा सकता है। डेवलपर्स दावा कर रहे हैं कि OS को यूजर्स को अधिक सुरक्षित अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। चलिए बताते हैं भारत के अपने ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में पांच ऐसी बातें, जो आपको पता होना चाहिए।
आईआईटी मद्रास ने विकसित किया मोबाइल ओएस, BharOS: 5 बातें जो आपको जाननी चाहिए
– BharOS एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसके बारे में डेवलपर्स बताते हैं कि यह “यूजर्स को अधिक फ्रिडम, कंट्रोल और फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करने पर केंद्रित है, जो केवल उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप ऐप का चयन और उपयोग करते हैं। यह इनोवेटिव सिस्टम यूजर्स को अपने मोबाइल डिवाइस पर सिक्योरिटी और प्राइवेसी के बारे में सोचने के तरीके में क्रांति लाने का वादा करती है।”
– इस मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की अच्छी बात यह है कि यह नो डिफॉल्ट एप्स (एनडीए) के साथ आता है। इसका मतलब है कि यूजर्स को एंड्रॉइड के विपरीत अधिकांश स्टोरेज स्पेस मिलेगा। ओईएम डिफॉल्ट गूगल ऐप्स के साथ-साथ कुछ नेटिव ऐप्स के साथ फोन शिप करते हैं। BharOS के साथ, किसी को उन ऐप्स का उपयोग करने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा जिनसे वे परिचित नहीं हो सकते हैं या जिन पर वे भरोसा नहीं कर सकते हैं।
-एंड्रॉइड फोन की तरह ही ‘नेटिव ओवर द एयर’ (NOTA) अपडेट भी प्राप्त कर सकेंगे। डेवलपर्स का दावा है कि नोटा अपडेट ऑटेोमैटिकली डिवाइस पर डाउनलोड और इंस्टॉल हो जाते हैं, इसलिए यूजर्स को मैन्युअल रूप से प्रक्रिया शुरू करने की आवश्यकता नहीं होती है।
– इसके अलावा, OS ऑर्गनाइजेशन स्पेसिफिक प्राइवेट ऐप स्टोर सर्विसेज (PASS) से विश्वसनीय ऐप्स तक पहुंच भी प्रदान करेगा। डेवलपर्स ने कहा “PASS उन ऐप्स की क्यूरेटेड लिस्ट तक पहुंच प्रदान करता है जिन्हें पूरी तरह से जांचा गया है और ऑर्गनाइजेशन के कुछ सिक्योरिटी और प्राइवेसी स्टैंडर्ड्स को पूरा किया है। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता आश्वस्त हो सकते हैं कि वे जो ऐप इंस्टॉल कर रहे हैं वे उपयोग करने के लिए सुरक्षित हैं और किसी भी संभावित सुरक्षा भेद्यता या गोपनीयता संबंधी चिंताएं के लिए जांच की गई हैं।”
– हालांकि, BharOS वर्तमान में केवल उन संगठनों को प्रदान किया जा रहा है जिनके पास प्राइवेसी और सिक्योरिटी की सख्त आवश्यकताएं हैं “जिनके उपयोगकर्ता संवेदनशील जानकारी को संभालते हैं जिसके लिए मोबाइल पर प्रतिबंधित ऐप्स पर गोपनीय संचार की आवश्यकता होती है।”
जबकि नया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम अच्छा दिखता है, इस बात का कोई डिटेल नहीं है कि यह यूजर्स को अपने डेली लाइफ में डिवाइस का उपयोग करना आसान बनाने के लिए कौन सी सुविधाएं प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, Android पर्सनलाइजेशन ऑप्शन, प्राइवेसी फीचर्स, बैटरी एनालिसिस, होम स्क्रीन विजेट, नोटिफिकेशन सेटिंग और बहुत कुछ प्रदान करता है। हम इस पर और अधिक स्पष्टता तब प्राप्त करेंगे जब यह सभी के लिए उपलब्ध होगा। डेवलपर्स ने घोषणा में स्पष्ट कर दिया है कि OS विशिष्ट ऑर्गनाइजेशन तक ही सीमित रहेगा।
(फोटो क्रेडिट- Twitter/@thetatvaindia)