वारदात से कांप उठा कलेजा : बेड में मिली मां और 6 साल के बेटे की लाश… मुंह में कपड़ा ठूंस गला घोंटकर की गयी हत्या… देखते ही बेहोश हुए बैंक मैनेजर पति…
इम्पैक्ट डेस्क.
दिनदहाड़े हस्तिनापुर में डकैती के बाद बैंक मैनेजर संदीप कुमार की गर्भवती पत्नी व बेटे की हत्या की वारदात हो गई। सवाल है कि डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर थाना होने के बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। जलीलपुर से लौटने के बाद जब मैनेजर को घर पर ताला लगा मिला तो वह सीधे थाने पहुंच गए। इसके बावजूद पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और मैनेजर वापस घर आए। परिजनों ने ताला तोड़ा तो अंदर का हाल देख पैरों तले जमीन खिसक गई।
डकैती के बाद शिखा और उनके पांच साल के बेटे रूकांश को बदमाशों ने बेरहमी से मारा। मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला घोंटा और फिर दोनों के शव अलग-अलग बेड में बंद कर आसानी से फरार हो गए। वहीं पत्नी और बेटे का शव देखकर बैंक मैनेजर बेहोश हो गए। उधर, परिजनों की चीख निकल गई। शिखा जिंदा हो सकती है, यह सोचकर परिवार के लोग आनन-फानन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने बताया कि शिखा दम तोड़ चुकी है।
बदमाशों ने परिवार के लोगों को गुमराह करने के लिए वारदात के बाद घर के मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया। जब संदीप ड्यूटी से वापस लौटे तो सोचा की पत्नी और बेटा बाजार गए होंगे। उन्होंने फोन मिलाया तो रिंग जाती रही पर रिसीव नहीं हुआ।
वहीं करीब दो घंटे तक इंतजार किया। इसके बाद वे थाने पहुंच गए। लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। रामलीला ग्राउंड के समीप संदीप का मकान है। बदमाश इतनी बड़ी वारदात कर गए और पड़ोसियों को भी पता नहीं चला।
पुलिस टीम मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस के उच्च अधिकारियों को मामले की सूचना दे दी गई है। कस्बे में घर में घुसकर मां बेटे की हत्या से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं चारों और घटना की चर्चा हो रही है। सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं।
पत्नी को फोन करते रहे मैनेजर, नहीं हुआ रिसीव
7:00 बजे बैंक मैनेजर संदीप घर पहुंचे तो बाहर से ताला लगा देखकर मैनेजर ने पत्नी को कॉल की लेकिन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने लोगों से जानकारी ली तो कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद वे थाने पहुंच गए तो वहां इंस्पेक्टर ने लिखित में प्रार्थना पत्र देने के लिए कहा।
इसके बाद मैनेजर संदीप वापस घर लौटे। उन्होंने परिजनों को शिखा के गायब होने की बात बताई। परिवार के लोग 9:30 बजे दोबारा थाने पहुंचे और पुलिस से गुहार लगाई। पुलिस ने नहीं सुनी तो परिवार के लोगों के साथ मैनेजर अपने घर पहुंचे। जैसे ही परिवार के लोगों ने रात 11:00 बजे ताला तोड़ा तो वह अंदर का नजारा देख दंग रह गए।
घर का सभी सामान बिखरा हुआ था और तिजोरी से जेवर व नगदी गायब मिले। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर बुलाया गया, लेकिन पुलिस परिवार के लोगों को टरकाती रही और कहा कि शिखा कहीं गई होगी आ जाएगी। ऐसे में परिवार के लोगों में बेचैनी बढ़ती जा रही थी। परिजनों ने खुद घर में तलाश शुरू कर दी। इस दौरान पहले बेटे का शव एक कमरे में बेड में मिला और फिर दूसरे कमरे में शिखा का शव बेड में मिला। जिसके बाद पुलिस की नींद टूटी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।