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28 अप्रैल को दिया था नन्ही परी को जन्म, सीमा पर लौटे जवान की पत्नी ने ICU में तोड़ा दम

ब्रजराजनगर
लखनपुर ब्लॉक के तेंगनामाल गांव का युवा सैनिक देवराज गोंड अपनी गर्भवती पत्नी की देखभाल के लिए एक माह की छुट्टी पर आया था, लेकिन पाकिस्तान के साथ युद्ध की स्थिति उत्पन्न होने के बाद उसे वापस सीमा पर लौटने का आदेश आया। इसके बाद उसे अपनी पत्नी को गंभीरावस्था में आईसीयू में छोड़कर वापस सीमा पर लौटना पड़ा। हालांकि, इस बीच उसकी पत्नी लिपि ने 28 अप्रैल को एक शिशु कन्या को झारसुगुड़ा अस्पताल में जन्म दिया और वह स्वस्थ भी थी, लेकिन बाद में प्रसूता की हालत बिगड़ गई।

बुरला के मेडिकल कॉलेज में कराया भर्ती
लिपि को बेहतर इलाज के लिए बुरला के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 29 अप्रैल को उसे बुरला अस्पताल में लाया गया था। परिस्थिति गंभीर होने पर उसे आईस यू में भर्ती कराना पड़ा। इस दौरान उसका पति सेना का जवान देवराज गोंड भी बुरला में ही था और अपनी नन्ही बच्ची को खूब लाड प्यार करता रहा।

10 मई को मिली सीमा पर लौटने का आदेश
तभी पाकिस्तान के साथ तनाव उत्पन्न होने के बाद 10 मई को उसे वापस ड्यूटी ज्वाइन करने का आदेश मिला और वो देश सेवा को सर्वोपरि मानते हुए अपनी गंभीर रूप से बीमार पत्नी को आईसीयू में छोड़कर अगले ही दिन (11 मई) रविवार को वापस ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए लौट गया।

12 मई को जवान की पत्नी ने तोड़ा दम
अगले ही दिन सोमवार यानी 12 मई की देर रात में लिपि ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिला प्रशासन, राज्य सरकार तथा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा उसे बचाने के सारे प्रयास विफल हो गए। उसकी मौत की खबर सुनकर तथा उसके शव के गांव तेंगनामाल पहुंचने के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर व्याप्त हो गई है।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने दी श्रद्धांजलि
जनप्रतिनिधियों तथा इलाके के लोगों ने उसे श्रद्धांजलि दी। स्थानीय विधायक सह राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी, झारसुगुड़ा विधायक टंकधर त्रिपाठी, ब्रजराजनगर की पूर्व विधायक अलका महंती, झारसुगुड़ा की पूर्व विधायक दीपाली दास समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने गहरी संवेदना प्रकट की है। उम्मीद की जा रही है कि आज मंगलवार शाम को उसके पति देवराज गोंड के गांव पहुंचने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।