Madhya Pradesh

प्रदेश की उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशालाओं को एनएबीएल से मिलेगी मान्यता

भोपाल

राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिये प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना के तहत आगामी एक वर्ष में प्रदेश की सभी अधिसूचति 6 उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशालाओं को एनएबीएल से मान्यता प्रदान कराई जायेगी। नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड केलीब्रेशन लेबोरेटरीज (एनएबीएल) उर्वरक, मिट्टी, खाद्य पदार्थों, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि का परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं को मान्यता प्रदान करता है। एनएबीएल यह सुनिश्चित करता है कि परीक्षण के परिणाम सटीक और विश्वसनीय हों।

अगले एक वर्ष में आरएडी योजनांतर्गत 2 हजार 730 हेक्टेयर क्षेत्र एवं 5 वर्ष में 16 हजार 667 हेक्टेयर क्षेत्र लाभांवित किये जाने का लक्ष्य है। इसी तरह अगले एक वर्ष में एग्रोफोरेस्टी योजनांतर्गत 38 नर्सरियों एवं 5 वर्ष में 233 नर्सरियों को लाभांवित किए जाने का लक्ष्य है। बलराम तालाब योजनांतर्गत अगले एक वर्ष में 6 हजार 144 हितग्राहियों एवं 5 वर्ष में 37 हजार 509 हितग्राहियों को लाभांवित किए जाने का लक्ष्य है।