EXCLUSIVE “किलोल” बस पत्रिका ही नहीं बल्कि अफसरी की आड़ में धंधा है…
एक्सक्लूसिव
इम्पेक्ट न्यूज। रायपुर।
छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग अपने अनोखे कार्यशैली के लिए विख्यात है। यह कुछ भी कर सकती है। फिलहाल एक नया मामला सामने आया है। जिसमें एक पत्रिका की वार्षिक सदस्यता के लिए प्रदेश के सभी डीईओ, डीएमसी, खंड शिक्षा अधिकारी और खंड स्रोत समन्वयकों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे अपने अधीन सभी शालाओं के लिए “किलोल” की वार्षिक सदस्यता दिलवाएं।
इसके लिए टेलिग्राम ग्रुप में समग्र शिक्षा के सहायक संचालक ने बकायदा मैसेज भी किया है –
“प्रतिवर्ष शालाओं को यूथ एवं इको क्लब में राशि दी जा रही है और उनसे निर्धारित दिशा निर्देशानुसार काम करने की अपेक्षा की जाती है। इस वर्ष कोविड की वजह से इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं हो पाया है। लेकिन इस वजह से आसानी से बच्चों के लिए बाल पत्रिका शाला के लिए सब्सक्राइब की जा सकती है। प्रमुख सचिव महोदय ने इस कार्य की स्थिति से अवगत कराने के लिए निर्देशित किया है। कृपया अपने जिले से सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शालाओं को उनको प्राप्त बजट से इस पत्रिका का सब्सक्रिप्शन तत्काल दिलवाए। वरना इस मद में अगले सत्र में बजट देना मुश्किल होगा क्योंकि इस मद में व्यय नहीं हो पा रहा है।”
किलोल पत्रिका दरअसल प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला के नाम पर रजिस्ट्रार आफ न्यूज पेपर में अब भी दर्ज है। जिस सहायक संचालक ने यह मैसेज किया है उनकी पत्नी एनजीओ “विंग्स टू फ्लाई” की सचिव हैं।
अब समझिए खेल क्या है?
प्रदेश में करीब 48 हजार स्कूल हैं। जिसके लिए केंद्र सरकार ने यूथ एंड ईको क्लब के नाम पर प्रतिवर्ष करीब पांच से छह हजार रुपए देती है। इस मद में प्राप्त राशि से स्कूल में छोटे मोटे कार्य संस्था प्रमुख सुनिश्चित करते हैं।
इम्पेक्ट के पास वह सारे पत्र हैं जिसे एनजीओ “विंग्स टू फ्लाई” ने लिखा है उसकी भाषा इस बात की स्पष्ट चुगली कर रही है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने पूरी जानकारी संस्था को दी है।
“किलोल” को लेकर इम्पेक्ट ने पाठकों को पहले ही जानकारी दी थी। इस पत्रिका को निशुल्क वितरण बताकर लाखों रुपए निजी खातों में लिए गए थे। जिसके संबंध में जांच की जा सकती है। फिलहाल “किलोल” की वार्षिक सदस्यता के नाम पर करीब चार करोड़ रुपये वसूली का तैयारी की जा रही है।
इस पत्रिका की वेव साइट की निजता नीति में अभी भी प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला का ईमेल पता दर्ज है।