News

18 लाख का पैकेज छोड़ इंजीनियर चंदन बनेंगे डॉक्टर… BTech के बाद MBBS में लिया एडमिशन…

इम्पैक्ट डेस्क.

एसएनएमएमसीएच में एक इंजीनियर ने एमबीबीएस के लिए एडमिशन लिया है। आईआईटी आईएसएम कैंपस निवासी चंदन कुमार नामक इस छात्र ने डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए 18 लाख का पैकेज छोड़ शुक्रवार को एमबीबीएस के लिए एडमिशन कराया। चंदन का एडमिशन एसएनएमएमसीएच में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मेडिकल कॉलेज के लिए यह पहला मामला है जब किसी इंजीनियर ने यहां डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस में एडमिशन कराया है।

अपनी मां आईआईटी (आईएसएम) कर्मी प्रेमशिला देवी के साथ शुक्रवार को एसएनएमएमसीएच में एडमिशन के लिए आए चंदन ने बताया कि मेडिकल के प्रति उनका बचपन से रुझान था। आईएसएम एनेक्सी से 2008 में प्लस टू करने के बाद उन्होंने मेडिकल और इंजीनियरिंग दोनों के लिए इंट्रेंस दिया था। मेडिकल में चयन नहीं हो सका। इंजीनियरिंग में उनका चयन हुआ था और उन्होंने एनआईटी बारंगल आंध्रप्रदेश से बायो टेक्नोलॉजी में वर्ष 2012 में इंजीनियरिंग की। इंजीनियरिंग करने के बाद से वे जॉब में हैं। इस दौरान वे एमबीबीएस की किताबें पढ़ते रहे और उनकी रुचि बढ़ती चली गई। वर्ष 2015 में भी उन्होंने मेडिकल का इंट्रेंस निकाला था, लेकिन रैंक अच्छा नहीं होने के कारण नामांकन नहीं लिया। इस बार मेडिकल इंट्रेंस में उनको 605 नंबर आया और उनका 2650वां रैंक था। उन्होंने एसएनएमएमसीएच में अपना नामांकन कराया। 

उमाशंकर पासवान के बेट चंदन की पत्नी एन अपर्णा SBI में मैनेजर हैं। इनकी तीन बहनों में बड़ी बहन गौरी कुमारी बिहार सरकार में बीडीओ हैं। छोटी बहन दीक्षा रानी छत्तीसगढ़ के इंद्रकला कैलाश विश्वविद्यालय से कथक में एमए करने के बाद तैयारी कर रही हैं। वहीं सबसे छोटी बहन वर्षा रानी की शादी हो चुकी है। बातचीत के दौरान चंदन ने बताया कि उन्होंने कभी कोई कोचिंग नहीं की। एनेक्सी में 12वीं के दौरान बायोलॉजी के शिक्षक डॉ टी चटर्जी और हिन्दी की शिक्षिका कमलेश सिंह ने उनका जो मार्गदर्शन किया था, वह आज भी उनके काम आ रहा है।