50 लाख के डस्टबीन रायपुर नगर निगम से गायब!, भाजपा पार्षदों ने पेयजल समस्या को लेकर खोला मोर्चा
रायपुर.
बीजेपी पार्षद दल ने सोमवार को पेयजल की समस्या को लेकर रायपुर नगर निगम के मेयर एजाज ढेबर के खिलाफ मोर्चा खोला। इस संबंध में महापौर को ज्ञापन सौंपा। पार्षदों ने कहा कि करोड़ों रुपये के भुगतान के बावजूद अमृत मिशन योजना के तहत बिछाये गये पाइप लाइन से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अमृत मिशन का काम स्तरहीन है। जहां-जहां अमृत मिशन का कार्य हुआ है, वहां की जनता और जनप्रतिनिधि परेशान हैं।
निगम इस समस्या को दुरुस्त करें। ऐसा नहीं करने पर बीजेपी पार्षद दल आंदोलन करेगा। भाजपा पार्षद दल ने गर्मी में जल संकट से निपटने के लिए नगर निगम की क्या तैयारी है, इस संबंध में जानकारी ली। विपक्ष ने आरोप लगाया कि अधिकारी महापौर को गुमराह करते हैं और टैक्सपेयी जनता को खामियाजा भुगतना पड़ता है। लोग अपने मूलभूत अधिकारों से वंचित होते हैं। भीषण गर्मी में टैंकरों की संख्या पर्याप्त हो इसकी अभी से पूरी तैयारी कर ली जावे क्योंकि पिछले गर्मी में नगर निगम टैंकरों से जलापूर्ति में विफल रहा था। नेताप्रतिपक्ष ,उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा ने कहा कि करोड़ों रुपये स्वीकृत होने के बाद भी शहर की जनता को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। भाजपा पार्षद दल ने महापौर से कहा कि लगभग 75 लाख रुपये डस्टबीन खरीदी के लिए स्वीकृत हुए हैं, जिसमें से लगभग 50 लाख के डस्टबीन गायब हैं। इसे जमीन खा गई या फिर आसमान निगल गया है? पूर्ण भुगतान होने के बावजूद जनता को डस्टबीन नहीं बांटा गया है। डस्टबीन खरीदी के लिए गोडरीवाल प्लास्टिक प्राइवेट लिमिटेड से तीन अलग-अलग किस्तों मे 48 लाख 98 हजार 656 रुपये का भुगतान भी हो चुका है। फिर भी डस्टबीन का वितरण आज पर्यन्त तक वार्डों में नही हुआ।