सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के चलते भारत के हाउसिंग सेक्टर में सकारात्मक बदलाव दिखा, घर का सपना पूरा
भोपाल
हाल ही में सरकार द्वारा पेश की गई अनुकूल नीतियों जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना के चलते भारत के हाउसिंग सेक्टर में सकारात्मक बदलाव आया है। कंपनी ने अपने टेक-इनेबल्ड मॉगेज समाधानों के चलते पिछले 24 महीनों में राजस्व में 10 गुना बढ़ोतरी दर्ज की है।
अपनी शुरुआत के बाद से बेसिक ने 650 से अधिक ज़िलों में तकरीबन 2.5 लाख से अधिक परिवारों को अपना खुद का घर खरीदने में मदद की है साथ ही टियर-2 एवं टियर-3 शहरों में 15000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोज़गार भी दिया है। फिनटेक प्लेटफॉर्म बेसिक होम लोन ने सीरीज़ बी फंडिंग राउण्ड में 10.6 मिलियन डॉलर (रु 87.5 करोड़) की राशि जुटाई है।
बेसिक होम लोन ने इस नई जुटाई गई राशि से बाज़ार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने, अपने ऋण पोर्टफोलियो का विस्तार करने तथा तकनीकी क्षमता बढ़ाने की योजना बनाई है। फिनटेक स्टार्टअप का मुख्यालय गुरूग्राम में है, जो पहले तीन राउण्ड की फंडिंग में 8.7 मिलियन डॉलर की राशि जुटा चुका है।
अपनी शुरूआत के बाद से बेसिक ने 650 से अधिक ज़िलों में तकरीबन 2.5 लाख से अधिक परिवारों को अपना खुद का घर खरीदने में मदद की है साथ ही टियर-2 एवं टियर-3 शहरों में 15000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोज़गार भी दिया है। अब तक बेसिक को 12 बिलियन डॉलर से अधिक के लोन एप्लीकेशन मिले हैं और कंपनी अपने ऋणदाता नेटवर्क के ज़रिए 1.1 बिलियन डॉलर के होम लोन वितरित कर चुकी है।
‘हमें खुशी है कि भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में रहने वाले लाखों लोगों के लिए घर खरीदने का सपना साकार करने की हमारी यात्रा में बर्टेल्समैन हमारे निवेशक बन गए हैं।’ अतुल मोंगा, सीईओ एवं सह-संस्थापक, बेसिक होम लोन ने कहा।
‘फंडिंग के इस नए राउण्ड के साथ हम अपनी पहुंच और तकनीकी क्षमता बढ़ाना चाहते हैं, साथ ही उपभोक्ताओं की बदलती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए फाइनैंशियल प्रोडक्ट्स पेश करना चाहते हैं।
रोहित सूद, पार्टनर, बर्टेल्समैन इंडिया इन्वेस्टमेन्ट्स ने कहा, ‘‘बेसिक होम लोन, ने खासतौर पर टियर-2 और टियर-3 शहरों में कम आय वर्ग वाले खरीददारों के लिए होम लोन के अनुभव को पूरी तरह से बदल डाला है। सुदर्शन पारीक, वाईस प्रेज़ीडेन्ट, सीई वेंचर्स ने कहा, ‘‘सीई वेंचर्स में हम ऐसी कंपनियों को समर्थन प्रदान करते हैं जो आधुनिक तकनीक का उपयोग कर वंचित बाज़ार की ज़रूरतों को पूरा करने में मुख्य भूमिका निभाती हैं।