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भ्रामक सूचना ना फैलाएं, जांच पूरी होने पर हो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानी: पूजा खेडकर

मुंबई
गंभीर आरोपों का सामना कर रहीं ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेडकर ने मीडिया के सामने एक बार फिर से बयान दिया है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि वो जांच में पूरा सहयोग करेंगी और जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसे वो स्वीकार करेंगी। दरअसल, उन्होंने अपने घर पर महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया था। इसे लेकर पत्रकारों ने उनसे सवाल किए। उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस को अपने घर पर बुलाया था, ना कि पुलिस मेरे घर पर खुद आई थी, लिहाजा मेरी आप लोगों से अपील है कि पहले आप अपने बयान को ठीक करें। इसके बाद ही इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करें।

इस बीच, पूजा खेडकर ने पत्रकारों से अपील करते हुए कहा, मेहरबानी कर आप लोग इस संबंध में कोई भी झूठी खबर मत फैलाइए। अगर आप ऐसा करेंगे, तो आम लोगों के बीच में जहां एक तरफ गलत सूचना फैलेगी, वहीं दूसरी तरफ लोग दिग्भ्रमित होंगे। लिहाजा, मेरी आप लोगों से दरख्वास्त है कि आप ऐसा मत कीजिए। पत्रकार और पत्रकारिता को भारतीय लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। राष्ट्र निर्माण में इसकी अहम भूमिका होती है। ऐसे में मेरी अपील है कि जिम्मेदारीपूर्वक अपनी भूमिका का निर्वहन करें।

पूजा खेडकर से महिला पुलिसकर्मियों को अपने आवास पर बुलाने के संबंध में जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे कुछ निजी काम था, जिसे देखते हुए मैंने उन्हें बुलाया था। बाकी ऐसा कुछ और नहीं था। वहीं, कमेटी की जांच के संबंध में पूजा खेडकर ने कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कमेटी की जांच को लेकर मैं किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं कर सकती।

उधर, पूजा खेडकर से शैक्षणिक दस्तावेजों के संबंध में भी सवाल किया गया। उनसे सवाल किया गया कि आपके दस्तावेजों से यह साफ जाहिर हो रहा है कि आप अपनी उम्र छुपाते हुए नजर आ रही हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं कर सकती हूं। इसके लिए जांच समिति गठित की गई है, जैसे ही समिति की जांच पूरी हो जाएगी, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, लेकिन इससे पहले किसी भी प्रकार की टिप्पणी उचित नहीं है, जो कुछ भी मैंने दस्तावेज जमा कराए होंगे, वो जांच के बाद साफ हो जाएगा। मुझे कमेटी की जांच पर पूरा भरोसा है, लेकिन मैं समझती हूं कि उससे पहले किसी भी प्रकार की टिप्पणी इस मामले पर करना उचित नहीं है।