Madhya Pradesh

दिव्यांग जनो को शासन की योजनाओं का शत प्रतिशत मिले लाभः राज्यमंत्री

दिव्यांग जनो को शासन की योजनाओं का शत प्रतिशत मिले लाभः राज्यमंत्री

दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र में दिव्यांग जनो को दिये जाने वाले उपकरणो एवं उपचार की राज्यमंत्री ने की सराहना

  सिंगरौली
 कोई भी दिव्यांग जन शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे इन्हें शत प्रतिशत हर योजना का लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया जाये उक्त आशय का निर्देश राज्य मंत्री माध्यप्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती राधा सिंह के द्वारा उक्त आशय का उदगार कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित दिव्यांग जनो की एडव्होकेसी बैठक के दौरान कहा।  विदित हो कि मध्यप्रदेश शासन की पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्रीमती राधा सिंह के मुख्य अतिथि में एवं सांसद सीधी सिंगरौली डॉ. राजेश मिश्रा के अध्यक्षता में एवं आयुक्त निःशक्त जन कल्याण मध्यप्रदेश संदीप रजक, प्राधिकरण अध्यक्ष दिलीप शाह,कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला, अपर कलेक्टर पी.के सेन गुप्ता के गरिमामय उपस्थिति में दिव्यांगजन की एडव्होकेसी बैठक आयोजित हुई।

      राज्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियो को निर्देश दिये कि दिव्यांगजनो की सेवा एक संच्चे भावना के साथ करे। इनके प्रति हमारी सोच एवं मंशा अच्छी होनी चाहिए। इन्हे प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ दिया जाना सुनिश्चित करे। उन्होंने डीडीआरसी केन्द्र के संचालक एवं सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि इन्हे जो भी उपकरण दिया जाये वो अच्छे क्वालटी का दिया जाये।  वही सीधी सिंगरौली सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने कहा कि निःशक्त जनो को चिन्हांकित कर इनका निःशक्तता प्रमाण पत्र विशेष शिविर आयोजित कर बनाया जाये ताकि कोई भी निःशक्त प्रमाण पत्र से वंचित न रहे। इन्हे बेहतर शिक्षा प्रदान करे तथा इन्हे रोजगार के मुख्यधारा से जोड़ा जाये। साथ सिंगरौली जैसे सीधी जिले में भी दिव्यांगजन पुर्नवास केन्द्र खोला जाये ताकि वहा के भी दिव्यांग जनो को सरलता के साथ उपकरण प्राप्त हो सके।

वही आयुक्त निःशक्त जन कल्याण मध्यप्रदेश संदीप रजक ने कहा कि दिव्यांग जनो के हितार्थ शासन द्वारा विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित किया जा रहा है। जिले के शत प्रतिशत दिव्यांग जनो को चिन्हांकित कर लाभ देवे। उन्होंने कहा कि पूर्व में केवल सात प्रकार की अच्छमता को ही दिव्यांगता में शामिल किया गया था। लेकिन अब मेडिकल शारिरिक अंक्षमताओं को मिलाकर कुल 21 प्रकार की डिसेबिलिटी को दिव्यांगता में शामिल किया गया है। जिसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कराये ताकि लोगो में जागरूकता आये। उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यालयों ग्राम पंचायतो नगरीय निकायों चिकित्सालयों शैक्षणिक संस्थाओं में बोर्ड लगाकर प्रचार प्रसार कराये इसके साथ ही पुलिस कर्मियों को भी उक्त के विषय में जागरूक कर उनके संवेदीकरण की आवश्यकता है।

   बैठक  के समाप्ति पश्चात दिव्यांग जनो को राज्यमंत्री सहित सांसद, आयुक्त निःशक्त जन आयुक्त के कर कमलो द्वारा ट्राईसकिल एवं श्रवण यंत्र का वितरण किया गया। इस दौरान एसडीएम सिंगरौली सृजन बर्मा, आयुक्त नगर निगम डी.के शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एनके जैन, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनुराग मोदी, जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह, डीपीसी आर.एल शुक्ला, सिविल सर्जन डॉ. देवेन्द सिंह, अध्यक्ष दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र एस.डी सिंह, नगर निगम के उपायुक्त आरपी बैस सहित जिलाधिकारी उपस्थित रहे।