रक्षा मंत्रालय का ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के लिए बड़ा फैसला, नहीं मिलेगी 2 दिन से ज्यादा छुट्टी, प्रोडक्शन बढ़ाने के आदेश
जबलपुर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद देश में तनाव बढ़ गया है। ऐसे में मध्य प्रदेश के जबलपुर की आयुध निर्माण फैक्ट्री खमरिया ने अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। यह फैसला तुरंत लागू हो गया है। फैक्ट्री ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि इस साल का उत्पादन लक्ष्य समय पर पूरा किया जा सके। फैक्ट्री को डर है कि अगर छुट्टियां दी गईं तो सेना के लिए गोला-बारूद बनाने का काम पिछड़ जाएगा।
गोला बारूद बनाने का मिला बड़ा टारगेट
दरअसल, OFK को इस साल गोला-बारूद बनाने का एक बड़ा टारगेट मिला है लेकिन, अप्रैल के महीने में फैक्ट्री उतना काम नहीं कर पाई जितना उसने सोचा था। इसलिए, फैक्ट्री के बड़े अधिकारियों ने यह फैसला लिया है कि सभी कर्मचारियों को बिना छुट्टी के काम करना होगा। इससे फैक्ट्री ज्यादा गोला-बारूद बना पाएगी और सेना को समय पर गोला-बारूद मिल जाएगा।
जनसंपर्क अधिकारी ने दी जानकारी
आयुध भंडार के जनसंपर्क अधिकारी अविनाश शंकर ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'अधिकारियों और कर्मचारियों की दो दिन से अधिक की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द की गई हैं ताकि हम इस वित्तीय वर्ष का निर्धारित उत्पादन लक्ष्य हासिल कर सकें।
4000 कर्मचारी करते हैं काम
खमरिया आयुध निर्माण फैक्ट्री भारतीय सेना के लिए गोला-बारूद बनाती है। इस फैक्ट्री में लगभग 4,000 कर्मचारी काम करते हैं। यह फैक्ट्री देश की सुरक्षा के लिए बहुत ही जरूरी है। यहां बनने वाला गोला-बारूद सेना को दुश्मनों से लड़ने में मदद करता है।
पहलगाम हमले के बाद सरकार और सेना सावधान
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब देश की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार और सेना दोनों ही सावधान हैं। ऐसे में, गोला-बारूद की फैक्ट्री में उत्पादन बढ़ाना जरूरी है ताकि सेना को किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार रखा जा सके।