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दंतेवाड़ा : धमाके का धुआं और गोलियों की तड़तड़ाहट… नक्सली हमले का वीडियो आया सामने..

इम्पैक्ट डेस्क.

दंतेवाड़ा में बुधवार को हुए घातक नक्सली हमले का वीडियो सामने आया है। वीडियो धमाके के तुरंत बाद का बताया जा रहा है। वीडियो में जोरदार धमाके के बाद का खौफनाक दृष्य कैद हुआ है। धमाके की जगह बारूद का उठता धुआं दिख रहा है और गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दे रही है। खौफनाक मंजर को कैमरे में कैद करता हुआ शख्स कहता सुनाई दे रहा है, ‘पूरा उड़ गया भैया।’ हमले में डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए जबकि वाहन चालक की भी मौत हो गई।

इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दंतेवाड़ा में पहुंचे। उन्होंने कहा कि जवान लड़ते हुए शहीद हुए हैं और घटना का बदला लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘इस घटना में हमारे 10 जवान और एक चालक शहीद हुआ, उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी। मुझे गर्व है कि हमारे जवान लड़ते हुए शहीद हुए…इस घटना से हमारे मनोबल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा बल्कि हमारे जवान उनका डटकर सामना करेंगे और इसका बदला लेंगे।’

बुधवार को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में बारूदी सुरंग में हुए विस्फोट में सुरक्षाबल के 10 जवान शहीद हो गए हैं और एक वाहन चालक की भी मृत्यु हुई है। राज्य में पिछले दो साल के दौरान सुरक्षाबलों पर माओवादियों का यह सबसे बड़ा हमला है। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि अरनपुर क्षेत्र में दरभा डिवीजन के नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से सुरक्षाबल के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। 

उन्होंने बताया कि जब सुरक्षाबल के जवान एक वाहन (छोटा मालवाहक वाहन) से लौट रहे थे तब नक्सलियों ने अरनपुर और समेली गांव के मध्य शक्तिशाली बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद अतिरिक्त सुरक्षा बल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। हमलावर नक्सलियों की खोज में सुरक्षा बल ने खोजी अभियान शुरू किया है। दंतेवाड़ा समेत सात जिलों में शामिल बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर मार्च और जून माह के बीच बड़ी संख्या में हमले हुए हैं। वर्ष के मार्च और जून माह के मध्य नक्सली टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन (टीसीओसी) चलाते हैं और बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश करते हैं।
      
इससे पहले तीन अप्रैल 2021 में सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में 22 जवान शहीद हुए थे।  इससे पहले 21 मार्च, 2020 को सुकमा के मिनपा इलाके में नक्सली हमले में 17 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। वहीं 9 अप्रैल, 2019 को दंतेवाड़ा जिले में एक नक्सली विस्फोट में भाजपा विधायक भीमा मंडावी और चार सुरक्षाकर्मी मारे गए थे तथा सुकमा में 24 अप्रैल, 2017 को बुरकापाल हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों की मृत्यु हुई थी। वहीं वर्ष 2010 में ताड़मेटला (तब दंतेवाड़ा में) में हुए सबसे बड़े नक्सली हमले जिसमें 76 जवानों की मृत्यु हुई थी वह भी टीसीओसी के दौरान अप्रैल माह में हुआ था।