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कोरोना: तबलीगी जमात पर कसा शिकंजा, मरकज में हवाला फंडिंग की जांच शुरू…

न्यूज डेस्क. नई दिल्ली।

देश में कोरोना के सबसे बड़े हॉटस्पॉट के रूप में उभरे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की टीम ने बुधवार को भी मरकज में छापेमारी की। इस बार भी छापेमारी करने पहुंची क्राइम ब्रांच हाजमत सूट पहनकर ही मकरज के अंदर दाखिल हुई। जांच टीम मरकज में हवाला फंडिंग को लेकर भी तफ्तीश कर रही है। इसके लिए पुलिस कुछ संगठनों और लोगों की भूमिका की जांच भी कर रही है।

माना जा रहा है कि फंडिंग और हवाला कनेक्शन की जांच के लिए ही क्राइम ब्रांच ने मरकज की पिछले 3 साल की इनकम टैक्स की डिटेल, पैन कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट की डिटेल और बैंक स्टेटमेंट की डिटेल मांगी है। एक जनवरी 2019 से अब तक मरकज में हुए सभी धार्मिक आयोजन और उस दौरान हुए खर्चे का ब्योरा भी मांगा गया है। सुबह करीब 12:30 बजे मरकज पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम ने करीब ढाई घंटे तक अंदर पूरी गहनता के साथ जांच-पड़ताल की।

2005 से हवाला कनेक्शन का शक: क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो मरकज मामले की जांच में हवाला कनेक्शन के जरिये पैसों का लेन-देन करने की बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस के पास अभी पुख्ता साक्ष्य तो हाथ नहीं लगे हैं, लेकिन जांच जारी है। इसके लिए पुलिस मरकज का आर्थिक प्रबंधन देखने वाली यूनिट की गतिविधियों की गहनता के साथ जांच कर रही है। सूत्रों की माने तो साल 2005 के बाद से मरकज में हवाला के जरिए रकम आने की बात का पता चल रहा है, जिसकी जांच की जा रही है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि जांच के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि मामला क्या है।

वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई: छापेमारी के दौरान क्राइम ब्रांच ने वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई। इस दौरान मरकज में रखे दस्तावेज की जांच की गई और मौके से कई दस्तावेजों बरामद भी किए गए। जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी पुलिस केवल उन लोगों के बारे में पता लगाकर सूची तैयार कर रही है, जो एक मार्च से 28 मार्च तक तब्लीगी मरकज में ठहरे थे या उनके संपर्क में आए। इसके लिए पुलिस ने दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा एफआरआरओ, मरकज के प्रबंधन से जुड़े लोगों, जिलाधिकारी, एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेज डेटा उपलब्ध कराने की मांग की है।

क्वारंटाइन की बात कर नहीं दिया था जवाब: माना जा रहा है कि क्राइम ब्रांच की टीम ने यह छापेमारी इसलिए कि है क्योंकि तब्लीगी जमात के मरकज में हुई लापरवाही उजागर होने के बाद से अंडरग्राउंड चल रहे मुख्य आरोपी मौलाना साद क्वारंटाइन में होने की बात कह सवालों का जवाब देने से इंकार कर दिया था। दरअसल क्राइम की नोटिस पर उसने लिखित में यह कहा कि मैं सेल्फ क्वारंटाइन में हूं। आइसोलेशन के निकलने के बाद सारे सवालों के जवाब दूंगा। साथ ही उसने यह भी कहा कि मरकज सील है, सारे दस्तावेज वहीं रखे हैं। ऐसे में जब मरकज खुलेगा, तभी इन सवालों के के जवाब दिए जा सकेंगे।

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