कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी आईटी सेल चीफ अमित मालवीय पर निशाना साधा, मामले का नहीं लिया संज्ञान
नई दिल्ली
केंद्र की सत्ताधारी भाजपा के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक कार्यकर्ता शांतनु सिन्हा ने महिलाओं का यौन शोषण करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। सिन्हा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए अमित मालवीय पर कई संगीन आरोप लगाए हैं। दूसरी तरफ अमित मालवीय ने अब शांतनु सिन्हा को 10 करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी इन आरोपों पर आग बबूला हो उठी है और अमित मालवीय को पद से हटाने की मांग करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अमित मालवीय पर निशाना साधते हुए पूछा है कि महिला आयोग ने अभी तक इस मामले का संज्ञान क्यों नहीं लिया है।
शांतनु ने क्या लिखा था?
शांतनु सिन्हा ने दो दिन पहले बांग्ला में ट्वीट किया था, "क्या अमित मालवीय अभी भी कोलकाता के फाइव स्टार होटल में इंतजार कर रहे हैं कि कब बंगाल नेतृत्व सुंदर लड़कियों की आपूर्ति करेगा?" उन्होंने आगे लिखा, क्या अब बंगाल नेतृत्व के बीच यह प्रतियोगिता बंद हो गई कि कौन कितनी सुंदरियों की आपूर्ति करते अध्यक्ष का पद हासिल करेगा?" शांतनु ने अपने ट्वीट में लिखा कि अमित मालवीय ने न केवल पांच सितारा होटलों में बल्कि भाजपा पार्टी कार्यालय के अंदर भी महिलाओं का यौन शोषण किया है।
विवाद में कूदी कांग्रेस
कांग्रेस नेता श्रीनेत ने कहा कि बंगाल भाजपा के नेता राहुल सिन्हा के भाई और संघ के कार्यकर्ता शांतनु सिन्हा ने आरोप लगाया है कि अमित मालवीय ने फाइव स्टार होटल से लेकर भाजपा के दफ्तर तक में महिलाओं का यौन शोषण किया है। श्रीनेत ने कहा, "…भाजपा नेता राहुल सिन्हा से संबंधित आरएसएस सदस्य शांतनु सिन्हा ने कहा है कि भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय नापाक गतिविधियों में लिप्त हैं। वे महिलाओं के यौन शोषण में लिप्त हैं। न केवल पांच-सितारा होटलों में बल्कि पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यालयों में भी ऐसी हरकत को अंजाम देते रहे हैं। हम भाजपा से केवल यही चाहते हैं कि महिलाओं के लिए न्याय हो।"
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "वास्तविकता यह है कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण करने के 24 घंटे के अंदर भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी खिलाफ यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसलिए हम अमित मालवीय को तत्काल हटाने की मांग करते हैं क्योंकि यह एक अत्यंत प्रभावशाली और शक्तिशाली पद है। अगर वह पद से नहीं हटाए गए तो मामले की स्वतंत्र जांच नहीं हो सकती।"
दूसरी तरफ, अमित मालवीय की कानूनी टीम ने 8 जून को ही शांतनु सिन्हा को इस मामले में कानूनी नोटिस भेजा है। मालवीय के वकील ने नोटिस में लिखा, " कथित यौन दुराचार के झूठे आरोपों की प्रकृति बेहद आपत्तिजनक है, जो मेरे मुवक्किल की गरिमा और प्रतिष्ठा के ठेस पहुंचा रहे हैं। चूंकि वह एक पेशेवर और सार्वजनिक व्यक्ति हैं, इसलिए इन आरोपों पर तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण दें।"
अमित मालवीय ने इस मामले में कहा है कि तीन दिनों का नोटिस पीरियड 11 जून को समाप्त हो रहा है। उसके बाद वह मामले में समुचित कार्रवाई करेंगे। मालवीय पर संघ परिवार के कार्यकर्ता के आरोप से ना सिर्फ भाजपा में बल्कि पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में भूचाल आ गया है।