कांग्रेस को लग सकता है बड़ा झटका : अब तमिलनाडु कांग्रेस में दरार के आसार, केरल में भी थरूर पर सियासत तेज…
इम्पैक्ट डेस्क.
तमिलनाडु कांग्रेस में दरार बढ़ने के आसार हैं। प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेताओं ने मौजूदा अध्यक्ष के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाए हैं। साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मामले में दखल देने और प्रदेश नेतृत्व बदलने की मांग की है। खास बात है कि कुछ दिनों पहले ही राजधानी चेन्नई स्थित पार्टी मुख्यालय सत्यमूर्ति भवन में हिंसक झड़प हो गई थी।
खबर है कि ईवीकेएस एलनगोवन, केवी थंगबालू, एम कृष्णास्वामी और के सेलवाप्रुंथागई ने खड़गे से मुलाकात कर परेशानियां गिनाई हैं। उन्होंने रविवार को अध्यक्ष से तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष केएस अलागिरी को बदलने की मांग की है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में एलनगोवन ने खड़गे से मुलाकात की पुष्टि की है और तमिलनाडु कांग्रेस से जुड़े मुद्दों को सामने रखा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी सूत्रों ने कहा, ‘नेताओं ने खड़गे को बताया कि अलागिरी लगभग चार सालों से TNCC चला रहे हैं। जबकि, पहले हर दो सालों में नेतृत्व में बदलाव हो जाता था।’ साथ ही नेताओं ने अलागिरी के काम करने के तरीके पर भी सवाल उठाए हैं। नेताओं का कहना है कि तमिलनाडु में भाजपा आक्रामक है, लेकिन कांग्रेस इसका ठीक तरह से सामना नहीं कर रही है। वरिष्ठ नेताओं ने ऐसे लीडर की मांग उठाई है, जो भाजपा का सामना कर सके।
हालांकि, खड़गे ने कुछ समय के लिए नेतृत्व नहीं बदलने के लिए कहा है। साथ ही दक्षिण भारतीय राज्य के नेताओं को भरोसा दिया है कि वह अन्य बताए गए मुद्दों के बारे में जानकारी जुटाएंगे। खबर है कि चारों नेताओं ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की कोशिश की है, लेकिन उनसे मिल नहीं पाए।
हिंसा का क्या
हिंसक झड़प के बाद TNCC पदाधिकारी रूबी मनोहरन को 24 नवंबर को जांच समिति के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। खास बात है कि मनोहरन ने भी केरल के ऑल इंडिया कांग्रेस के प्रभारी सचिव पी विश्वनाथन के साथ खड़गे से मीटिंग की है। रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वनाथन प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद की ओर देख रहे हैं।
केरल में थरूर पर जारी है सियासत
यूथ कांग्रेस के कार्यक्रम में तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर के सत्र को आयोजित नहीं किए जाने पर केरल कांग्रेस में सियासत तेज हो गई है। वरिष्ठ नेता इसे साजिश करार दे रहे हैं। साथ ही मामले की आंतरिक जांच की मांग भी उठने लगी है। कोझिकोड जिला समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने माना है कि कांग्रेस में किसी की तरफ से YC को कार्यक्रम आयोजित करने से रोकने के निर्देश थे।