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‘भारत जोड़ो 2.0’ के लिए तैयार हो रही कांग्रेस… कहां से कहां तक चलेंगे राहुल गांधी…

इम्पैक्ट डेस्क.

कांग्रेस अब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दूसरे चरण की तैयारी कर रही है। खबर है कि इस बार नेता राहुल गांधी और पार्टी की नजरें आगामी विधानसभा चुनाव वाले राज्यों पर होंगी। साथ ही इस बार राहुल बड़े स्तर पर उत्तर, मध्य और पश्चिम भारतीय राज्यों को कवर कर सकते हैं, जिसकी शुरुआत अक्टूबर से हो सकती है। हालांकि, यात्रा के रूट को लेकर कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।

तैयार हो रहा है भारत जोड़ो 2.0 का खाका
एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि राहुल 2 अक्टूबर से भारत जोड़ा यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत कर सकते हैं। कांग्रेस इसके आगाज गुजरात के के पोरबंदर से कर सकती है। साथ ही इसका समापन अरुणाचल प्रदेश को लोहित जिले के परशुराम कुंड में हो सकता है। खबर है कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में शुमार केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश रूट मैप को लेकर मंथन कर रहे हैं।

चुनावी राज्यों पर होगा फोकस
कहा जा रहा है कि इस दौरान राहुल यात्रा के जरिए राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम को कवर कर सकते हैं। फिलहाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की ही सरकार है और मध्य प्रदेश में भी बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ही जीत दर्ज की थी, लेकिन करीब डेढ़ साल बाद ही कमलनाथ की अगुवाई वाली सरकार गिर गई थी और भारतीय जनता पार्टी ने वापसी की थी।

हालांकि, अब तक यह साफ नहीं है कि पार्टी रूट मैप में तेलंगाना को शामिल करेगी या नहीं। पहले दौर की यात्रा में राहुल ने तेलंगाना को शामिल किया था। खास बात है कि पार्टी दक्षिण भारतीय राज्य में वापसी की कोशिश में है। यहां फिलहाल मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली भारत राष्ट्र समिति की सरकार है।

पूर्वोत्तर पर भी होगी नजर?
कहा जा रहा है कि पहले कांग्रेस की इस यात्रा का समापन पूर्वोत्तर राज्य असम के बड़े शहर गुवाहाटी में होने की संभावनाएं थी, लेकिन मणिपुर में हुई हिंसा के चलते प्लान को बदला गया है। फिलहाल, कांग्रेस की तरफ से इसकी योजना को लेकर औपचारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया था।

पहली और दूसरी यात्रा

पहली यात्रा में राहुल तमिलनाडु के कन्याकुमारी से निकलकर जम्मू कश्मीर पहुंचे थे। करीब पांच महीने पदयात्रा के दौरान उन्होंने 3 हजार किमी से ज्यादा की दूरी तय की थी। इस बार यात्रा के 4 महीनों तक चलने की संभावनाएं हैं।