कपड़े, जूते, Gold सब सस्ता… इन चीजों के बढ़ेंगे दाम, नोट कर लीजिए पूरी लिस्ट
नई दिल्ली
इंतजार की घड़ियां खत्म… मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट का पिटारा खुल चुका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार का बजट रोजगार, कौशल विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर सहित 9 प्राथमिकताओं पर फोकस करेगा। बजट भाषण के दौरान रोजगार से जुड़े कई अहम ऐलान किए गए। वहीं, बजट में इनकम टैक्स स्लैब में छूट देकर मध्यम वर्ग का दिल जीतने की कोशिश की गई है। इसके अलावा सबसे बड़े ऐलान के तहत कई जरूरी चीजों को सस्ता करने की भी घोषणा कर दी गई है।
अपनी बजट स्पीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बड़ा ऐलान कैंसर की दवाओं पर कस्टम ड्यूटी घटाने का किया। कैंसर मरीजों को राहत देते हुए तीन दवाओं पर कस्टम ड्यूटी हटा दी गई है। वहीं, सिगरेट इस बार भी महंगी कर दी गई है। आइए जानते हैं कि बजट में किन चीजों को सस्ता और किन्हें महंगा कर दिया गया है।
बजट 2024: जानिए क्या हुआ सस्ता, क्या महंगा
ये चीजें होंगी सस्ती | इनके बढ़ेंगे दाम |
चमड़े के जूते | सिगरेट |
कपड़े | हवाई जहाज से यात्रा |
सोना-चांदी | प्लास्टिक का सामान |
मोबाइल फोन | पेट्रोकेमिकल |
मोबाइल चार्जर | |
इलेक्ट्रिक व्हीकल | |
कैंसर दवा | |
प्लेटिनम | |
बिजली के तार | |
एक्सरे मशीन | |
सोलर सेट्स |
टैक्स स्लैब में बदलाव
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार मध्यम वर्ग को भी राहत दी है। अपने बजट भाषण में उन्होंने कहा कि स्टैंडर्ड टैक्स कटौती को 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 75 हजार किया जाता है। इसके अलावा 0 से 3 लाख रुपए तक की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। 3 से 7 लाख रुपये तक की इनकम पर 5 फीसदी टैक्स लगेगा। वहीं, 7 से 10 लाख रुपए तक आय वालों को 10 फीसदी इनकम टैक्स देना होगा। 10 से 12 लाख तक की आय वालों से 15 फीसदी और 12 से 15 लाख तक की इनकम वालों से 20 फीसदी आयकर लिया जाएगा। 15 लाख से ऊपर की सालाना आय पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा।
उद्योगों के लिए हो सकता है फायदे का सौदा
विघ्नहर्ता गोल्ड के चेयरमैन और फाउंडर महेंद्र लूनिया के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 में भारत का सोने का आयात अनुमानित 2.8 लाख करोड़ रुपये था और इस पर इंपोर्ट ड्यूटी 15% थी। उन्होंने कहा कि उद्योग का सीमा शुल्क भुगतान 42 हजार करोड़ रुपये होने का अनुमान है। लूनिया के कहा कि सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी में कटौती करने की घोषणा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण बढ़ावा हो सकता है। अगर सरकार उनकी मांग पर सहमत होती है तो पीली धातु की लागत को तुरंत कम किया जा सकता है।
मांग में होगी बढ़ोतरी
लूनिया ने कहा कि सोने की कीमत कम होने से इसकी मांग बढ़ सकती है। जब मांग बढ़ेगी तो इसकी बिक्री भी बढ़ेगी। इससे अंततः बेहतर टॉपलाइन और बॉटमलाइन प्रदर्शन के माध्यम से सोने का कारोबार करने वाली कंपनियों को लाभ होगा। पेस 360 के को-फाउंडर और मुख्य वैश्विक रणनीतिकार, विशेषज्ञ अमित गोयल ने कहा कि इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती से मांग बढ़ सकती है जिससे राजस्व में वृद्धि और बेहतर लाभ मार्जिन हो सकता है।