Madhya Pradesh

एड्स संक्रमण की जानकारी, बचाव एवं उपचार के प्रति नागरिकों की जागरूकता एड्स से लड़ाई में अहम: उप-मुख्यमंत्री शुक्ल

भोपाल
उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि "प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर" यदि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक रहेंगे, नियमित जाँच करायेंगे तो हम बीमारी के दुष्चक्र से बाहर रहेंगे। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना और ख़तरों के प्रति सचेत रहना महत्वपूर्ण है। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने वीडियो संदेश के माध्यम से सभी नागरिकों से प्रदेशव्यापी "इंडिया फ़ाइट्स एचआईवी एंड एसटीआई" अभियान में सहभागिता की अपील की।

उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि एड्स के संक्रमण के कारण, बचाव एवं उपचार के प्रति नागरिकों और युवाओं की जागरूकता इसके नियंत्रण के लिए आवश्यक है। लापरवाही से यह गंभीर बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि एचआईवी-एड्स के बारे में सही जानकारी को प्राप्त करना, जोखिम व्यवहार पर एचआईवी की जांच कराना और एचआईवी-पॉज़िटिव की स्थिति में जल्दी से जल्दी अपना एआरटी उपचार शुरू करना। इन तीन बिंदुओं पर सभी लोगों को जागरूक होना है, सक्रिय होना है, सजग रहना है और अन्य को भी जागरूक करने में सहयोग करना है।

खुल के चर्चा और भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूकता ज़रूरी
राज्य मंत्री लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा नरेंद्र शिवाजी पटेल ने समन्वय भवन भोपाल से राज्य स्तरीय प्रदेशव्यापी "इंडिया फ़ाइट्स एचआईवी एंड एसटीआई" जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि एचआईवी-एड्स संक्रमण के प्रति युवाओं सहित परिवार का पूरे समाज का जागरूक होना आवश्यक है। ताकि वे खुलकर अपनी बात रख पाएँ अपनी जिज्ञासाओं का समाधान पा सकें। सुरक्षित व्यवहार का पालन करें, साथ ही नागरिक समय से अपनी जाँच कराने और उपचार प्राप्त करने में संकोच न करें। राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि स्वस्थ भारत के लिए स्वस्थ मध्यप्रदेश आवश्यक है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जागरूकता ज़रूरी है। राज्य मंत्री ने मध्यप्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के सदस्यों, रेड रिबन क्लब के सदस्यों और अन्य समाजसेवी संस्थाओं की अभियान में सहभागिता की सराहना की और अभियान की सफलता की शुभकामनाएँ दीं।

समय से जाँच और दवाओं के सेवन के लिए किया जाएगा जागरूक
संचालक मध्यप्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति एवं सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्रीमती सुरभि गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में 206 आईसीटीसी सेंटर संचालित हैं, जहाँ एचआईवी वायरस की निःशुल्क जाँच एवं टेस्ट के पूर्व एवं बाद में काउंसलिंग भी की जाती है। प्रदेश में संचालित 33 एआरटी में संक्रमित मरीज़ों का निःशुल्क उपचार एवं दवा वितरण किया जाता है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में विगत वर्ष एचआईवी-एड्स संक्रमण के लगभग 6 हज़ार प्रकरण प्राप्त हुए तथा लगभग 1200 मरीज़ों की एड्स संबंधित विभिन्न व्याधियों के कारण मृत्यु हुई। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण समय से जाँच न कराना एवं दवाओं का सेवन न करना पाया गया। इस दिशा में नागरिकों को जागरूक करने के प्रयास अभियान में किए जाएँगे ताकि ऐसी स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

2 माह तक चलेंगी जागरूकता गतिविधियाँ
उल्लेखनीय है कि 12 अगस्त से 12 अक्टूबर 2024 (2 माह) तक प्रदेश व्यापी सघन जागरूकता अभियान "इंडिया फ़ाइट्स एचआईवी एंड एसटीआई" संचालित किया जायेगा। अभियान का उद्देश्य जनसामान्य विशेष रूप से 15 से 49 वर्ष आयुवर्ग के युवाओं के बीच एचआईवी-एड्स की जागरूकता बढ़ाना है ताकि वे अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत हो सकें। साथ ही राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जाँच एवं उपचार सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकें। अभियान में एचआईवी संक्रमित एवं प्रभावित व्यक्तियों के प्रति भ्रांतियों को दूर करने के प्रयास भी किये जायेंगे ताकि भेदभाव को रोका जा सके।

अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से जागरूकता गतिविधियां संचालित की जाएंगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के स्टाफ तथा एनजीओ, एनएसएस आदि के सहयोग से ग्राम सभाओं में तथा ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवसों के दौरान जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। विद्यालयों एवं महाविद्यालयों एवं अन्य शैक्षणिक संस्थाओ में जागरूकता गतिविधियां संचालित होंगी। मध्यप्रदेश के प्राथमिकता के 10 जिलों भोपाल, बड़वानी, खरगोन, धार, सतना, श्योपुर, जबलपुर, ग्वालियर, शिवपुरी एवं रतलाम में अभियान का विशेष फोकस रहेगा। शहर की घनी बस्तियों में जागरूकता गतिविधियों के साथ संचार के विभिन्न माध्यमों का जागरूकता गतिविधियों के संचालन में प्रयोग किया जायेगा।

कार्यक्रम में एनएसएस और रेड रिबन क्लब के युवा सदस्यों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और नाटक के माध्यम से एड्स के प्रति जागरूकता और सावधानियों का संदेश दिया। एनएसएस के डॉ. आर.के. विजय और एम्स मेडिसिन डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सागर ने युवाओं को एड्स के प्रति जागरूक किया। सीएमएचओ भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी, मध्यप्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के सदस्य, रेड रिबन क्लब और एनएसएस के युवा कार्यकर्ता, समाजसेवी और युवा उपस्थित रहे।