मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया ऐलान- उज्जैन महाकाल लोक की तर्ज पर बनेगा ओंकारेश्वर लोक
खंडवा, ओंकारेश्वर
तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परिवार सहित मां नर्मदा की पूजा-अर्चना, आरती करने के पश्चात संतों की उपस्थिति में धर्म सभा को संबोधित किया। अपने गुरु संत विवेक मिश्रा की अमृतस्य नर्मदा पद परिक्रमा के समापन के अवसर पर तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन महाकाल की तर्ज पर तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर को भी भव्य स्वरूप दिया जाएगा। यहां ओंकारेश्वर लोक बनाया जाएगा। नर्मदा परिक्रमा स्थल को व्यवस्थित रूप से उसका सौन्दर्यीकरण किया जाएगा, मां नर्मदा की शुद्धता बनी रहे इस और प्रयास किए जाएंगे।
सीएम ने कहा- नर्मदा तटों पर स्वच्छता बनाए रखें
मां नर्मदा के तटों पर पौधारोपण कर स्वच्छता बनाए रखें। रासायनिक दवा का काम से कम उपयोग करें, जिससे मां नर्मदा प्रदूषण होने के साथ ही जनजीवन पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि घोषणा के अनुरूप धार्मिक तीर्थ क्षेत्रो में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और यह कार्य हम सरकार के माध्यम से कर रहे हैं। एक अप्रैल से शराब दुकान का संचालन बंद होगा। ओंकारेश्वर में अब शराब नहीं बिकेगी।
दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए गोपालन जरूरी
मांसाहार खाने वालों का मुंह नहीं बंद कर सकते, लेकिन जो लोग उसे पसंद नहीं करते हैं उन्हें वह चीज़ दिखे नहीं इसकी भी चिंता करें। खुले में मांस न बिके, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए गोपालन जरूरी है।
कर्म के माध्यम से जनता की सेवा में लगे हैं
हम सब गौ माता की रक्षा सुरक्षा करें। साधु संत अध्यात्म के माध्यम से अपना एवं हम सब का कल्याण कर रहे हैं, और हम सरकार के माध्यम से, कर्म में ही धर्म है। कर्म के माध्यम से हम जनता की सेवा में लगे हुए हैं।
सरकार भी त्योहारों में हो रही शामिल
फागुन का यह माह रंगों और गुलाल का त्योहार है। हम सब के जीवन में आपसी सद्भाव रंगों के माध्यम से सदैव बना रहे। हमारे सभी धार्मिक त्योहारों को हम सब मनाते आ रहे हैं, लेकिन अब सरकार भी इन त्योहारों में शामिल हो रही है। नर्मदा क्षेत्र के अलीराजपुर और झाबुआ में मनाए जाने वाले भगोरिया पर्व को भी सरकार उत्साह से आयोजित करेगी। धर्म सभा को संबोधित करते हुए संत विवेक जी ने कहा कि हमारी प्राचीन धनवारों धर्मस्थलों की रक्षा करना हम सबका दायित्व है मां नर्मदा का जल शुद्धता के साथ सतत बहता रहे और परिक्रमा स्थल व्यवस्थित रूप से बना रहे ताकि परिक्रमा वासियों को कोई तकलीफ ना हो। नर्मदा परिक्रमा एवं तीर्थ की रक्षा के लिए प्रदेश की सरकार लगातार कार्य कर रही है इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद भी देता हूं।