छत्तीसगढ़-सीएम साय का हाई लेवल मीटिंग में दो टूक जवाब, ‘नक्सलवाद के खात्मे पर ही ख़त्म होगी ये लड़ाई’
रायपुर/दंतेवाड़ा.
देश की सबसे बड़ी नक्सली मुठभेड़ को लेकर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने शुक्रवार की रात मुख्यमंत्री निवास में हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इसमें नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के थुलथुली जंगल में चल रही मुठभेड़ को लेकर चर्चा की गई। पुलिस महकमे के आला अधिकारियों से नक्सल एनकाउंटर पर मंथन किया गया।
बैठक में बताया गया कि 28 नक्सलियों के शव बरामद होने की खबर मिल रही है। पुलिस इस मामले को लेकर कल यानी शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा करेगी। इस बड़ी सफलता पर सीएम ने पुलिस जवानों पर हर्ष जताते हुए उन्हें बधाई दी है। सीएम साय ने कहा कि मुठभेड़ में अब तक 31 से ज्यादा नक्सलियों की मारे जाने की खबर है। जवानों को मिली बड़ी कामयाबी सराहनीय है। उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं। नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी। इसके लिए हमारी डबल इंजन सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है। सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों से कड़ा मुकाबला कर रहे हैं।
'अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन'
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'नारायणपुर-दंतेवाड़ा की सीमा स्थित अबूझमाड़ क्षेत्र में हमारे सुरक्षा बलों के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। सर्चिंग में अभी तक 28 नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी मिली है। सर्चिंग में एके-47 सहित कई हथियार मिले हैं । मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मैं समझता हूं कि छत्तीसगढ़ में यह अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ है। इसके लिए मैं अपने जवानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं और उनके साहस को मैं नमन करता हूं।'
'अंतिम सांस गिन रहे नक्सली'
उन्होंने कहा कि 'हम पहले से ही नक्सलियों से कहते आए हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें और विकास की मुख्यधारा से जुड़ें। अब हम लोग डबल इंजन सरकार के कारण मजबूती से नक्सलियों से लड़ रहे हैं। नक्सली अपनी अंतिम सांस गिन रहा है। आज मैं बीजापुर के दौर पर था, जहां नक्सल हिंसा पीड़ित लोगों से मुलाकात की। आज इस घटना के बाद शायद उनका विश्वास और अधिक बढ़ गया होगा। निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में माओवाद समाप्ति की ओर अग्रसर है।'
'गृहमंत्री शाह का संकल्प मार्च 2026 तक का नक्सलवाद'
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पिछले नौ महीने में नक्सलवाद की समीक्षा के लिये दो बार छत्तीसगढ़ आ चुके हैं और उनका संकल्प है कि मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद खत्म हो जाए। उनकी सोच के अनुरूप हमारे जवान छत्तीसगढ़ में भी नक्सलियों से मुकाबला कर रहे हैं।