राजनीति में शह—मात तो चलता ही है पर… जो मध्यप्रदेश में हुआ वैसा राजस्थान में संभव नहीं… आंकड़े कड़ी टक्कर दे रहे… आज सुबह विधायक दल की बैठक, व्हिप जारी… जानिए पूरी तस्वीर…
इम्पेक्ट न्यूज डेस्क।
बात महज डेढ़ बरस पुरानी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव के बाद जब सीएम पद को लेकर रार शुरू हुई तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमान अपने हाथ में ली। बैठकें की और समझौते के बाद तस्वीरें खिंचवाई। इनमें मध्यप्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य, राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलेट के बाद तीसरे राज्य छत्तीसगढ़ से तीन चेहरों के साथ राहुल की तस्वीर ट्वीटर पर आज भी मौजूद है।
मध्यप्रदेश में फरवरी से मार्च के बीच जो कुछ हुआ उसका परिणाम सभी के सामने है। यानी तस्वीर में दिखने वाली मुस्कुराहट वस्तुत: राजनीतिक ही थी। अब ज्योतिरादित्य भाजपा के राज्य सभा सांसद हैं और उन्हें कांग्रेस की उन कमियों पर टिप्पणियां करना होती है जिनपे उन्हें पहले नाज़ हुआ करता था। कमलनाथ सत्ता से बाहर हो चुके हैं, शिवराज के शब्दों में विभिषण को अपने पक्ष में लिया जा चुका है।
अब राजस्थान में उठापटक दिखने लगा है। पूरे देश में भाजपा के भीतर उत्साहस इस घटनाक्रम को लेकर ऐसी है जैसे उनके हाथों में सचिन पायलेट सत्ता की चाबी बस सौंपने ही वाले हैं। सचिन ने अपना दांव खेल लिया है। अब कांग्रेस के सामने बाजी बचाने की चुनौती है। यदि इस बाजी को अशोक गहलोत बचा ले जाते हैं तो कांग्रेस की इज्जत थोड़ी ही सही पर बच जाएगी। पर वह तस्वीर जिसमें अशोक गहलोत और सचिन पायलेट के बीच में राहुल गांधी खड़े होकर मुस्कुराते दिख रहे थे उसका क्या होगा? राजनीति कहती है कि ना कोई स्थाई दोस्त ना स्थाई दुश्मन…
सवाल अब यह है कि आज सुबह राजस्थान में विधायक दल की बैठक है। जिसके लिए कांग्रेस ने सभी विधायकों को व्हीप जारी कर दिया है। वहीं सचिन पायलेट ने स्पष्ट कर दिया है कि वे विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं और उनके साथ 27 विधायक मौजूद हैं।
फिर भी सरकार का गिर जाना इतना आसान नहीं है। क्योंकि मध्यप्रदेश और राजस्थान के आंकड़े फरक कर रहे हैं। राजस्थान विधानसभा में 200 सीटें हैं। बहुमत के लिए 101 विधायक चाहिए। आंकड़ों के लिहाज से राजस्थान में भाजपा के पास 72 विधायक हैं। कांग्रेस के पास 107 निर्दलीय 13 विधायकों को जोड़ दें तो कांग्रेस 120 और भाजपा 85 तक पहुंच रही है। ऐसे में 27 विधायकों के बाहर जाने से सरकार आसानी से नहीं जा पाएगी। इसके लिए थोड़ी ताकत भाजपा को भी लगानी होगी।
बहरहाल आज सुबह साढ़े 10 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक है। जिसमें राजस्थान की उड़ान सुनिश्चित होगी। पर यह निश्चित है कि अब सचिन पायलेट नहीं होंगे वे फाइटर प्लेन पर सवार है। जिसकी चाबी देश के गृहमंत्री के पास है।