National News

आंध्र प्रदेश विधानसभा पहुंचे चंद्रबाबू नायडू; 31 महीने बाद निभाया वादा, ‘सत्ता में आने के बाद ही लौटूंगा’

आंध्र प्रदेश
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में आंध्र प्रदेश विधानसभा में लौटे हैं। इस तरह करीब ढाई साल पहले किया हुआ वादा उन्होंने निभाया है। नवंबर, 2021 की बात है। तत्कालीन सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस सदस्यों से नायडू की तीखी बहस हुई थी। इस दौरान, आंध्र प्रदेश विधानसभा से बाहर निकलते हुए उन्होंने वादा किया था कि 'मैं सत्ता में लौटने तक सदन से दूर रहूंगा।' इस तरह आज उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर दिखाई है। 2019 के विधानसभा चुनाव में चंद्रबाबू नायडू को अपने से बहुत छोटे जगन मोहन रेड्डी के हाथों अपमानजनक हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद से 5 साल तक वह अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे रहे।

चंद्रबाबू नायडू ने सहयोगी भाजपा और जनसेना पार्टी के साथ मिलकर इस बार आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज की। नायडू की तेलुगु देशम पार्टी ने 135 सीटें जीतीं। कथित भ्रष्टाचार मामले में नायडू की गिरफ्तारी के महीनों बाद उनके लिए अच्छी खबर आई। पिछले सदन में टीडीपी के 23 सदस्य ही थे। इस बीच, आंध्र प्रदेश में 16वीं विधानसभा का पहला सत्र शुक्रवार को नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुआ। सबसे पहले मुख्यमंत्री व कुप्पम से विधायक चंद्रबाबू नायडू ने शपथ ली, उनके बाद उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने शपथ ली। शपथ लेने के बाद नायडू अस्थाई अध्यक्ष के आसन के समीप गए और दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 175 सदस्यीय सदन में 164 सीटें जीती हैं।

आंध्र प्रदेश विधानसभा का सत्र आज से शुरू
बता दें कि TDP के विधायक जी बुचैया चौधरी ने अस्थाई अध्यक्ष के तौर पर सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की। अमरावती के वेलागापुडी स्थित विधानसभा कक्ष में सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर सत्र शुरू हुआ। अभिनेता-राजनेता और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण ने अपने 16 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार पीथापुरम विधानसभा सीट से विधायक और उपमुख्यमंत्री के तौर पर सदन में प्रवेश किया। इस सत्र में विधानसभा के नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता और नरसीपट्टनम के विधायक सी अय्यन्नापतरुदू को विधानसभा अध्यक्ष चुना जा सकता है।