केन्द्र सरकार ने गेहूं की सरकारी खरीद में किसानों को राहत दी, पानी लगे गेंहू पर 20 प्रतिशत तक छूट
नईदिल्ली
केन्द्र सरकार ने गेहूं की सरकारी खरीद में किसानों को राहत दी है। इस संबंध में सोमवार को मिनिस्ट्री की सहायक निदेशक डॉ. प्रीति शुक्ला ने आदेश जारी किए। सिकुड़े व टूटे हुए गेहूं की सीमा को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक छूट दी गई है। चमक विहीन गेहूं की सीमा की 70 प्रतिशत तक छूट दी गई है जबकि क्षतिग्रस्त व थोड़ा क्षतिग्रस्त की 6 प्रतिशत तक की खरीद में छूट दी गई है। यह आदेश पूरे राजस्थान के किसानों से गेहूं खरीद के संबंध में जारी किए गए हैं। भारतीय खाद्य निगम के स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि मिनिस्ट्री से आई टीम की ओर से जो सैम्पल एकत्रित किए गए थे।
इन सैम्पल के एनालाइज के बाद स्पेसिफिकेशन में छूट दी गई है। इसके तहत सिकुड़े और टूटे हुए दानों में 20 प्रतिशत तक छूट है। इसमें किसी प्रकार का कोई वेल्यू कट नहीं लगेगा। यह किसानों के लिए सबसे बड़ी राहत की बात है। उन्होंने बताया कि खरीफ की खड़ी फसल के समय बारिश होने की वजह से गेहूं का दाना चमक विहिन हो गया था।
इसमें भी सरकार की ओर से 70 प्रतिशत तक छूट दी गई है। इसमें भी किसी प्रकार का वेल्यू कट नहीं लगेगा। किसानों को 2400 रुपए प्रति क्विंटल के अनुसार ही भुगतान होगा। वहीं गेहूं के काले दानों की बात करें तो डैमेज्ड और स्लाइटली डैमेज्ड को मिलाकर 6 प्रतिशत तक छूट दी जाएगी। इसमें भी किसी प्रकार का वेल्यू कट नहीं है। जंक्शन धानमण्डी में 481 किसानों से 9587.5 एमटी गेहूं की खरीद की गई है। इन किसानों को 23 करोड़ 1 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू, किसानों को राहत
रावतसर. गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने को लेकर किसानों का इंतजार सोमवार शाम समाप्त हो गया। एससीसीएफ ने स्थानीय धानमण्डी में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू कर दी। इस अवसर पर फूडग्रेन मर्चेन्ट एसोसिएशन अध्यक्ष मुकेश कुमार न्यौल, एनसीसीएफ के जिला अधिकारी सचिन, ओएसडी बीबी सिंह आदि मौजूद रहे। सूर्य ट्रेडिंग कंपनी व केदारनाथ विजय कुमार पर किसान रामलाल व कस्तूरी देवी की फसल खरीदी गई।
एनसीसीएफ के जिला अधिकारी सचिन कुमार ने बताया कि गेहूं की खरीद समर्थन मूल्य 2275 रुपए पर की जा रही है। इस पर 125 रुपए प्रति क्विंटल बोनस राज्य सरकार दे रही है। खरीद के बाद उठाव उसी दिन करवा दिया जाएगा। खरीद के 48 घंट के बाद किसान के खातो में पैसों का भुगतान किया जाएगा।