Madhya Pradesh

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की प्रेरणा से आरंभ बुंदेलखंड हैकाथॉन-2024, बुंदेलखंड के युवाओं के सपनों को साकार करेगा : मंत्री राजपूत

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर आरंभ हुई क्षेत्रीय इन्वेस्टर समिट ने स्थानीय स्तर पर युवाओं की प्रतिभाओं को पहचान देने का अवसर प्रदान किया है। इस क्रम में सागर में आयोजित हुई बुंदेलखंड हैकाथॉन -2024 मील का पत्थर साबित होगी। बुंदेलखंड हैकाथॉन-2024 में आज हम एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं, जहाँ से बुंदेलखंड की प्रतिभा पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करने वाली है। यह हैकॉथान सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि हमारे युवाओं के सपनों को उड़ान देने का मंच है। उक्त विचार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत में बुंदेलखंड हैकॉथान-2024 के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप देश बन गया है। अब सागर जैसे शहर इस स्टार्ट-अप क्रांति में अपनी अमिट छाप छोड़ने की तैयारी में है। इनके पास वही प्रतिभा, वही जुनून है जो दिल्ली या बेंगलुरु के युवाओं के पास है। बस जरूरत है अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने की।

इस हैकाथॉन में विकसित समाधान न सिर्फ सागर या बुंदेलखंड के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गेम-चेंजर हो सकते हैं। हर बड़ी कंपनी की शुरुआत एक छोटे से विचार से होती है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव युवाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है। हमारा लक्ष्य सागर को एक प्रमुख स्टार्टअप हब में विकसित करना। जब भोपाल, इंदौर का युवा अपना नाम कर सकता है, तो सागर का युवा क्यों पीछे रहें। स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड हैकाथॉन में 60 टीमों ने स्टार्ट-अप के माध्यम से भविष्य के समाधान प्रस्तुत किए। दो स्टार्ट-अप को ऑन स्पॉट फंडिंग ऑफर भी प्राप्त हुआ। स्टार्ट-अप प्रस्तुतीकरण में बुंदेलखंड की बेटियों ने भी अपनी प्रतिभा दिखाई। स्टार्ट-अप के अंतर्गत आवारा पशुओं के प्रबंधन के लिए नवीन समाधान, स्ट्रीट वेंडर्स के लिए प्रबंधन प्रणालियों, बुंदेलखंड के स्थानीय कलाकारों और शिल्प को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म, पारंपरिक प्लास्टिक के लिए टिकाऊ विकल्प, सरकारी नीतियों की जागरूकता और प्रदर्शन बढ़ाने के लिए ऐप्स, जल प्रबंधन और संरक्षण के लिए एआई आधारित समाधान तथा तकनीक का उपयोग करके कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए आईओटी उपकरण संबंधी स्टार्ट-अप के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया। अगले 6 महीनो में चयनित परियोजनाओं को शासकीय विभागों के साथ समन्वय कर एक लाख रूपये पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में 27 सितंबर को क्षेत्रीय इन्वेस्टर समिति के अवसर पर विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। प्रथम पुरस्कार एक लाख 51 हजार, द्वितीय पुरस्कार एक लाख रूपये, तृतीय पुरस्कार 71 हजार रूपये, सर्वश्रेष्ठ महिला उद्यमी को एक लाख रूपये, सर्वश्रेष्ठ सोशल मीडिया क्रिएटर को 51 हजार रूपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।