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बीएसपी के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने 52वें स्टील मेकिंग आपरेटिंग कमेटी के बैठक का किया शुभारंभ

  • इम्पेक्ट न्यूज. भिलाई.

आज भिलाई में देश के स्टील निर्माण से जुड़े तकनीकी विशेषज्ञों ने स्टील निर्माण पर विचार-मंथन प्रारंभ किया। इस आयोजन में देश भर के 19 प्रतिष्ठित सरकारी व निजी इस्पात संयंत्रों के 50 से भी अधिक विशेषज्ञ दो दिन तक करेंगे गहन चिंतन। यह अवसर है भिलाई इस्पात संयंत्र के भिलाई निवास के बहुद्देशीय सभागार में आयोजित 52वें स्टील मेकिंग आपरेटिंग कमेटी की बैठक का। विदित हो कि यह महत्वपूर्ण बैठक 15 वर्षों बाद भिलाई में 7वीं बार आयोजित की गई है।

बीएसपी के सीईओ ने किया उद्घाटन

इस महत्वपूर्ण आयोजन में देश भर के प्रतिष्ठित सरकारी व निजी इस्पात संयंत्र अपनी प्रतिभागिता दे रहे हैं। ज्ञान के इस समागम के 52वें स्टील मेकिंग आॅपरेटिंग कमेटी के बैठक का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने किया। इस अवसर पर संयंत्र के सीईओ श्री दासगुप्ता सहित संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) पी के दाश, कार्यपालक निदेशक (प्रचालन) बी पी सिंह, मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) के भट्टाचार्जी, आरडीसीआईएस के महाप्रबंधक (एसएम एंड सी) तथा सेक्रेटरी (एसएमओसी) अमिताभ पाॅल मंचस्थ थे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि, संयंत्र के सीईओ श्री अनिर्बान दासगुप्ता सहित मंचस्थ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) के भट्टाचार्जी ने प्रतिभागियों व अतिथियों हेतु स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के अंत में एसएमएस-3 के महाप्रबंधक के रामकृष्णा ने आभार प्रदर्शन किया।

आपके अनुभव से भिलाई के स्टील प्रोडक्शन को मिलेगी दिशा

इस समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि व संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन भिलाई सही समय पर किया जा रहा है। आज भिलाई अपने एसएमएस-3 के उत्पादन को निरंतर बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। आपमें से कई ऐसे विशेषज्ञ हैं जो इस्पात निर्माण के इस तकनीक को स्थापित व संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। ऐसे में देश भर के स्टील निर्माण से जुड़े विशेषज्ञों का भिलाई में किए जाने वाले विचार-मंथन तथा आपके अनुभव से भिलाई के स्टील प्रोडक्शन को नई दिशा देने में मदद मिलेगी।

आज भारतीय उद्योग के सामने उत्पन्न वैश्विक चुनौती का जिक्र करते हुए सीईओ श्री दासगुप्ता ने कहा कि आज भारतीय इस्पात उद्योग वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर से गुजर रहा है। अतः आज भारतीय इस्पात उद्योग के लिए न्यूनतम लागत पर श्रेष्ठतम स्टील का उत्पादन करना समय की माँग बन चुकी है। अतः हम एक-दूसरे के ज्ञान से लाभ उठाएं और भारतीय इस्पात उद्योग को एक नई ऊँचाई प्रदान करें।

बैठक की लर्निंग्स को प्लांट में करें इम्प्लीमेंट- पीके दाश

इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) श्री पी के दाश ने भिलाई इस्पात संयंत्र के एसएमएस-1 को देखने की अपील करते हुए कहा कि यह इस्पात बनाने की एक पुरातन प्रक्रिया है। जिसे आप फिर नहीं देख पायेंगे। चूँकि हम इसे शीघ्र ही बंद करने जा रहे हैं। अतः आप इस्पात निर्माण की इस पुरानी तकनीक से जरूर रूबरू होवें। साथ ही उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि बैठक में आप जो कुछ सीखकर जायेंगे अपने प्लांट में उसे क्रियान्वित करें। जिससे इस बैठक से हम सभी लाभान्वित हो सकें।

मेंटेनेंस पर करें फोकस- श्री सिंह

कार्यपालक निदेशक (आपरेशन) बीबी सिंह ने भी बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज बेहतर रखरखाव से ही हम बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। हमें एक-दूसरे के अनुभव से सीखकर भारतीय इस्पात उद्योग को एक नई ऊँचाई पर ले जाना है। आज हमें मेंटेनेंस पर विशेष रूप से फोकस करना होगा, जिसके फलस्वरूप बेस्ट क्वालिटी स्टील का निर्माण कर पायेंगे।

बैठक में भाग लेने वाले संस्थान

बैठक में भिलाई इस्पात संयंत्र सहित बोकारो स्टील प्लांट, दुर्गापुर स्टील प्लांट, राउरकेला स्टील प्लांट, आईएसपी, बर्नपुर, एलाॅय स्टील प्लांट दुर्गापुर, सेलम स्टील प्लांट, आरडीसीआईएस, राँची, सेन्टर फाॅर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी (सेट), मेकाॅन लिमिटेड, सेल काॅरपोरेट आफिस, टाटा स्टील-बीएसएल, टाटा स्टील-कलिंग नगर, टाटा स्टील-जमशेदपुर, जेएसपीएल-रायगढ़, जेएसपीएल-अंगुल, जेएसडब्ल्यू-बेल्लारी, जेएसडब्ल्यू-डोलवी, राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) विशाखापट्टनम के प्रतिनिधियों व विशेषज्ञों ने शिरकत की।

तकनीकी सत्र में हुआ विचार-मंथन

उद्घाटन सत्र के पश्चात् 3 तकनीकी सत्र का आयोजन प्रारंभ हुआ। जिसका विषय है; उच्च उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए रखरखाव अभ्यास व दर्शन। इस विषय पर विभिन्न संस्थानों से आए प्रतिभागीगण अपने विचार प्रस्तुत कर रहे हैं। साथ ही इस्पात निर्माण से जुड़ी विभिन्न कम्पनियाँं भी अपने तकनीकों को प्रस्तुत करने जा रही हैं। इन प्रस्तुतियों पर विषय विशेषज्ञ के रूप में श्री जे बी सिंह को अपनी सारगर्भित टिप्पणी देने हेतु विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इसके अतिरिक्त टाटा रिफ्रेक्टरी लिमिटेड और वेसुवियस के विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र में हो रहे तकनीकी उन्नयन के संदर्भ में विचार रखे।

आयोजन को सफल बनाने में योगदान

इस आयोजन को सफल बनाने हेतु 52वें स्टील मेकिंग आपरेटिंग कमेटी के चेयरमैन कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) पी के दाश, को-चेयरमैन कार्यपालक निदेशक (आॅपरेशन) बी बी सिंह, संयोजक मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) के भट्टाचार्जी, सह-संयोजक एसएमएस-3 के महाप्रबंधक के रामकृष्णा एवं आरडीसीआईएस के महाप्रबंधक (एसएम एंड सी) तथा आयोजन समिति के सचिव अमिताभ पाॅल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर इस्पात निर्माण से जुड़े हुए अनेक अधिकारी व विषय-विशेषज्ञ उपस्थित थे।

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