GRP थाने में बर्बरता, हरकत में आई MP सरकार, DIG को सौंपी मामले की जांच
कटनी
कटनी में जीआरपी थाने में एक महिला और उसके पुत्र के साथ बर्बरता पूर्वक हुई मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के कई नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से मध्य प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. यहां तक कि मध्य प्रदेश को दलितों पर अत्याचार का बड़ा केंद्र तक बता दिया है, हालांकि घटना को लेकर सरकार भी हरकत में आ गई है.
कटनी के जीआरपी थाने में महिला पुलिस अधिकारी द्वारा एक महिला और उसके पुत्र के साथ बर्बरता पूर्वक मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है. यह वीडियो थाने के अंदर का है. इस वीडियो में पहले तो महिला पुलिस अधिकारी एक महिला के साथ मारपीट करती है, जिसके बाद उसके पुत्र को भी पीटा जाता है. दोनों ही इनामी अपराधी दीपक वंशवार के रिश्तेदार बताये जा रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि जिस युवक को महिला थाना प्रभारी पीट रही है वह नाबालिक है.
मध्य प्रदेश के कटनी में जीआरपी पुलिस द्वारा एक दलित बच्चे और महिला को बेरहमी से पीटने की घटना बताती है कि मध्य प्रदेश में दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है। रक्षक ही उनके भक्षक बनते जा रहे हैं।
पूरे मामले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कई कांग्रेसी नेताओं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. कमलनाथ ने एक्स पर वीडियो शेयर किया है. हालांकि वीडियो अक्टूबर 2023 का बताया जा रहा है. पूरे मामले को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश देते हुए डीआईजी स्तर के अधिकारी को रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
सरकार ने मध्य प्रदेश के अधिकांश पुलिस थानों में मॉनिटरिंग करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं जीआरपी थानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. इसी वजह से पूरा घटनाक्रम कैमरे के फुटेज के माध्यम से वायरल हो गया. पूरे मामले को लेकर मध्य प्रदेश में राजनीति गर्मा गई है.
जानिए पूरा घटनाक्रम
अक्टूबर 2023 में तत्कालीन थाना प्रभारी एक महिला और उसके पुत्र को थाने के अंदर लाकर दरवाजा बंद कर देती है. इसके बाद पहले महिला की पिटाई की जाती है. महिला को अपराधी दीपक वंशवार की मां बताया जा रहा है जबकि महिला के साथ एक लड़का भी दिखाई दे रहा है. वह भी दीपक का रिश्तेदार है. उसके साथ भी बर्बरता पूर्वक मारपीट की जाती है. कटनी एसपी अभिषेक रंजन का कहना है कि वीडियो पुराना है. पूरे मामले की जांच एडिशनल स्तर एसपी के अधिकारी को सौंपी गई है. दूसरी तरफ जीआरपी पुलिस का कहना है कि महिला पुलिस अधिकारी को लाइन हाजिर दिया गया है. उधर सरकार ने भी डीआईजी स्तर के अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है.