नक्सलियों के खिलाफ अभियान में बड़ी सफलता : अब माड़ में कुल 31 ढेर… सेंट्रल कमेटी लीडर बशव राजू के मारे जाने की पुष्टि
इम्पेक्ट न्यूज़। रायपुर/नारायणपुर।
छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में ब़ुधवार 21 मई की सुबह पुलिस के जवानों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने ऐतिहासिक सफलता पाई है।
नक्सल मोर्चे पर इतिहास रचते हुए, जिस नक्सली नेता की देश भर की सुरक्षा एजिंसीयो को तलाश थी उसे DRG के जवानों ने मार गिराया। एक करोड़ का ईनामी नक्सली नेता नक्सल कमेटी के जनरल सेक्रेटरी नम्बाला केशव राव उर्फ बशव राजू समेत अब तक 30 नक्सलियों को मार गिराया गया है।
मुठभेड़ में कई अन्य (CC) सेंट्रल कमेटी के मेम्बर्स के भी मारे जाने की खबर है। मुठभेड़ अभी जारी है। मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या अभी और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इस आरेशन में नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों के डीआरजी जवानों के शामिल होने की जानकारी मिली है। माड़ के भीतरी इलाके में सुबह से जवानों ने नक्सलियों के बड़े लीडरों को घेरा है।
दरअसल इस इलाक़े में सेंट्रल कमेटी के लीडर की मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिली थी। जिसके बाद घेराबंदी की गई। डीआरजी को पूरे मुहिम में लगाया गया। बशव राजू की मौजूदगी की सूचना के चलते बड़ी बारीकी के साथ रणनीति तैयार की गई। इस मुठभेड़ में शवों के मुख्यालय मे लाने के बाद शिनाख्त की जाएगी।
बासव राजू कौन?
माओवादी संगठन के शीर्ष नेता नंबाला केशव राव उर्फ बासवराज के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। बासवराज CPI (माओवादी) के महासचिव, पोलिट ब्यूरो सदस्य, और सेंट्रल कमेटी के प्रमुख रणनीतिकार था।
सरकारी इंटेलिजेंस दस्तावेजों के मुताबिक बासवराज के कई नाम थे — विजय, विनय, गंगन्ना, कृष्णा, केशव, प्रकाश आदि — और वह आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम ज़िले के रहने वाले थे। उनकी उम्र करीब 69 वर्ष थी और उन पर ₹1 करोड़ का इनाम घोषित था।
बासवराज पिछले कई दशकों से दंडकारण्य, आंध्र-ओडिशा सीमा और झारखंड में माओवादी गतिविधियों का संचालन कर रहा था। संगठन की सैन्य शाखा में पकड़ मजबूत थी और वह AK-47 से लैस होकर युद्ध संचालन में शामिल रहता था।
यह मुठभेड़ माओवादी आंदोलन के लिए एक बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। सुरक्षा बलों की यह सफलता माओवादी नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित हो सकती है।
हफ्तेभर पहले हुए ऑपरेशन में 31 नक्सली ढेर
उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सरकार और जवानों ने सख्त रुख अपना लिया है। इसी के तहत पिछले दिनों सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। यह ऑपरेशन 21 दिन तक चला जिसमें 21 बार मुठभेड़ हुई और जवानों 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया।
CRPF के DG और छत्तीसगढ़ DGP ने दी जानकारी
हफ्तेभर पहले अभियान को लेकर CRPF के DG और छत्तीसगढ़ DGP ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी थी। अधिकारियों ने बताया कि, इस ऑपरेशन में अब तक 31 नक्सली मारे गए। मारे गए नक्सलियों पर एक करोड़ 72 लाख रुपयों का इनाम था वहीं 18 जवान घायल हुए हैं। कर्रेगुट्टा पहाड़ और रास्तों से 35 रायफल और 450 IED बरामद किए गए। नक्सलियों ने पहाड़ियों पर दो सालों तक का राशन जमा कर रखा था। उनके पास से 12000 किलो राशन बरामद किया गया। नक्सलियों के 214 बंकर और ठिकाने नष्ट किये गए।
ये हथियार हुए बरामद
इस ऑपरेशन में नक्सलियों द्वारा बनाए गए छोटे- बड़े सैकड़ों BGL सेल, इंसास रायफल, एसएलआर रायफल, मजल लोडिंग रायफल, 315 बोर रायफल, सिंगल शॉट, 303 रायफल, डेटोनेटर, तार और बड़ी मात्रा में गोलियां बरामद की गई हैं।