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ISI चीफ को बड़ी जिम्मेदारी, पाकिस्तान का NSA बनाया गया, शहबाज पर अब पाकिस्तानी सेना का पूरा कंट्रोल

इस्लामाबाद
पहलगाम हमले के बाद भारत के साथ बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान की सेना अब शहबाज सरकार पर कंट्रोल करने में जुट गई है। इसने शहबाज शरीफ सरकार में हस्तक्षेप करते हुए पाकिस्तानी सेना की खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआई चीफ असीम मलिक को देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इस तरह अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को सेना सीधे सलाह देगी।
भारत-पाकिस्तान से तनाव के बीच नियुक्ति

मलिक की नियुक्ति ऐसे समय में की गई है, जब पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसमें अधिकांश पर्यटक थे। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से मलिक को एनएसए का अतिरिक्त प्रभार दिए जाने की जानकारी दी। उनकी घोषणा के बारे में औपचारिक अधिसूचना जारी कर दी गई है। असीम मलिक को बीते साल सितम्बर में कुख्यात आईएसआई का चीफ नियुक्त किया गया था।

पाकिस्तान को भारत के हमले का डर

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान को भारत की जवाबी कार्रवाई का डर सता रहा है। पाकिस्तान को डर है कि भारत एयरस्ट्राइक या सीधी सैन्य कार्रवाई जैसा बड़ा कदम उठा सकता है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने मंगलवार रात को दो बजे घोषणा कर डाली कि अगले 24 से 36 घंटे के बीच भारत हमला कर सकता है। उन्होंने विश्वसनीय खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए ये बात कही।

अमेरिका से गिड़गिड़ाए शहबाज

एक्स पर जारी किए गए एक वीडियो बयान में तरार ने चेतावनी दी कि भारत की किसी भी आक्रामक कार्रवाई का निर्णायक जवाब दिया जाएगा। इस बीच शहबाज शरीफ और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच फोन पर बात हुई है, जिसमें पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अमेरिका से गुहार लगाई कि वह भारत के गुस्से का शांत करे। शरीफ ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान की भूमिका से इनकार किया और भारत पर उकसावे का आरोप लगाया। शरीफ ने पहलगाम हमले की तटस्थ जांच की जांच की मांग और सहयोग का वादा किया।