बेंगलुरु : लेडी व्लॉगर का बेरहमी से कत्ल, शव के पास 2 दिन तक बैठा रहा बॉयफ्रेंड
बेंगलुरु
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सनसनीखेज वारदात सामने आई है। इंदिरा नगर में माया गोगोई नाम की युवती की हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक, असम की रहने वाली माया गोगोई की उसके प्रेमी आरव अनय ने बेरहमी से हत्या की है। केरल का रहने वाला आरव इस घटना के बाद फरार हो गया। पुलिस हत्या के मकसद की जांच कर सबूत जुटा रही है। आरोपी को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
असम की रहने वाली थी लड़की
पुलिस ने बताया कि इंदिरा नगर इलाके में एक सर्विस अपार्टमेंट में लड़की की बेरहमी से हत्या की गई है। पीड़िता एक निजी कंपनी में काम करती थी। लड़की हत्या उसके प्रेमी आरव अनय ने चाकू घोंपकर कर की है। माया असम की रहने वाली थी। वह एक व्लॉगर थी।
सुबह तक शव के साथ कमरे में रहा हत्यारा
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता और आरव नाम का एक व्यक्ति 23 नवंबर को सर्विस अपार्टमेंट में आए थे। पुलिस को संदेह है कि आरव ने 24 नवंबर को माया की छाती पर कई बार चाकू घोंपकर हत्या की है। पुलिस का यह भी मानना है कि वह सुबह तक शव के साथ कमरे में रहा। उसके बाद वह मौके से भाग गया।
तीन दिन पहले केरल से बेंगलुरु आया था आरव
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हत्यारे की तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, माया कोरमंगला में एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि दोनों एक-दूसरे को जानते थे। 3 दिन पहले जब आरोपी आरव केरल से बेंगलुरु आया था तब से लेकर हत्या किए जाने तक माया उसके साथ ही रह रही थी। हत्या की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस स्पेशल टीम बनाकर हत्यारे की तालाश में जुटी हुई है।
ताते चलें कि सितंबर में बेंगलुरु में एक महिला की हत्या की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. यहां के व्यालीकवल इलाके में एक घर के कमरे में 165 लीटर मॉडल का सिंगल डोर फ्रिज में 29 साल की महालक्ष्मी की लाश के 30 से 40 टुकड़ो में मिली थी. कई टुकड़े फर्श तक पर बिखरे पड़े थे.
वारदात के करीब 19 दिन बाद कमरे का दरवाज़ा 21 सितंबर को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे खुला था. उस बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर पांच महीने पहले ही महालक्ष्मी किरायेदार के तौर पर रहने आई थी. नेपाल की रहने वाली महालक्ष्मी वहां अकेली रहती थी. पड़ोसी भी उसे नहीं जानते थे.
वजह ये थी कि हर रोज़ वो सुबह 9.30 बजे घर से निकलती और रात 10.30 के बाद ही घर लौटती. उसकी मां और बहन बेंगलुरु में रहते हैं. दो सितंबर के बाद अचानक महालक्ष्मी का फोन बंद हो गया. उसकी मां और बहन लगातार फोन करते रहे, पर बात नहीं हो रही थी. इसी बीच पड़ोसियों को घर से बदबू आई.
20 सितंबर को मकान मालिक ने महालक्ष्मी की मां को फोन किया. उन्हें महालक्ष्मी के घर से आ रही बदबू के बारे में जानकारी दी. मकान मालिक की बात सुन कर वो घबरा गई. महालक्ष्मी के घर की एक चाबी मां के पास रहती थी. वो फौरन चाबी लेकर अपनी दूसरी बेटी के साथ महालक्ष्मी के साथ घर पहुंची.
मकान मालिक और पड़ोसियों की मौजूदगी में घर का दरवाजा खोला गया. लेकिन दरवाज़ा खुलते ही अंदर से इतनी तेज़ बदबू आई कि सभी पीछे हट गए. कुछ देर बाद हिम्मत कर फिर से वो अंदर गए. फर्श पर हर तरफ खून के निशान थे. मांस के छोटे-छोटे लोथड़े यहां वहां पड़े थे. इस तरह इस वारदात का खुलासा हुआ था.