अंतिम चरण की वोटिंग से पहले बोले राजा भैया ‘मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं…
कुंडा
कुंडा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने इस बार प्रतापगढ़ और कौशाम्बी लोकसभा सीट पर न तो अपने प्रत्याशी उतारे थे और न ही दूसरे किसी दल को अपना समर्थन दिया था. उन्होंने अपने समर्थकों को फ्री हैंड देकर अपने हिसाब से वोटिंग करने के लिए कहा था. चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग से पहले राजा भैया का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं.
झारखंड के देवघर पहुंचे राजा भैया ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा, "हमने लोकसभा में कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है. न ही किसी की पार्टी को समर्थन दिया है. अपने कार्यकर्ताओं को फ्री छोड़ दिया है. सब अपने मन से मतदान कर रहे हैं. हम देश में नहीं घूम रहे हैं, लेकिन मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं."
यूपी में राजा भैया के प्रभाव वाली दो सीटों कौशाम्बी और प्रतापगढ़ पर वोटिंग हो चुकी है. इन सीटों पर पहले माना जा रहा था कि वो अपनी पार्टी से उम्मीदवार उतारेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को अपने हिसाब से वोट करने के लिए कहा था. हालांकि बाद में कौशाम्बी से सपा उम्मीदवार पुष्पेंद्र सरोज ने दावा किया था कि उन्हें राजा भैया का आशीर्वाद मिल चुका है. बताया गया कि राजा भैया कौशाम्बी से बीजेपी सांसद और उम्मीदवार विनोद सोनकर से नाराज हैं.
वहीं प्रतापगढ़ सीट से बीजेपी प्रत्याशी संगम लाल पटेल हैं, जबकि सपा की ओर से एसपी सिंह पटेल को उतारा गया है. अखिलेश यादव की प्रतापगढ़ रैली में भी जनसत्ता-समाजवाद के नारे लगे थे. बीते दिनों संगम लाल का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वो मंच पर रोते हुए कह रहे थे, "कुछ लोग मेरा विरोध कर रहे हैं, क्योंकि मैं तेली समाज से आता हूं. उन्होंने कहा कि क्या यहां राजाओं के गढ़ में क्षत्रिय ही सांसद बन सकता है, कोई तेली सांसद नहीं बन सकता है. उन्होंने कहा कि मैं तेली समाज से हूं इसलिए मेरा विरोध हो रहा है."
इसके अलावा बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करने पहुंचीं अपना दल एस की नेता अनुप्रिया पटेल ने भी राजा भैया पर हमला बोल दिया था. उन्होंने कहा था, "अब राजा लोकतंत्र में रानी के पेट से पैदा नहीं होता है. अब राजा ईवीएम के बटन से पैदा होता है. स्वघोषित राजाओं को लगता है कुंडा उनकी जागीर. उनके भ्रम को तोड़ने का अब आपके पास बहुत बड़ा और सुनहरा अवसर है." राजा भैया ने इस पर पलटवार भी किया था.
राजा भैया ने 2018 में बनाई थी जनसत्ता दल
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक का गठन साल 2018 में किया था, जिसके बाद पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. राजा भैया ने पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी को प्रतापगढ़ से और कौशाम्बी सीट से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को उतारा था. हालांकि अक्षय प्रताप चौथे और शैलेंद्र कुमार तीसरे नंबर पर रहे थे. इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें कुंडा और बाबागंज सीटों पर जीत मिली. राजा भैया कुंडा से 7वीं और विनोद सरोज बाबागंज सीट से चौथी बार विधायक बने.
यूपी में आखिरी चरण में 13 सीटों पर वोटिंग
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में यूपी की 13 सीटों पर वोटिंग होगी. इन सीटों में घोसी, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं. 2019 के चुनाव में इनमें से केवल दो सीटों घोसी और गाजीपुर पर बीजेपी नहीं जीत पाई थी.