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बीसीसीआई ने फील्डिंग कोच के रूप में गंभीर की पसंद जॉन्टी रोड्स को भी ठुकरा दिया

नई दिल्ली
 कहा गया कि भारतीय टीम के हेड कोच बनाए गए गौतम गंभीर को फ्री हैंड दिया गया है, वह अपनी शर्तों पर काम करेंगे। मगर सच्चाई तो इससे कोसों दूर नजर आ रही है। गौतम गंभीर तो अपनी पसंद का सपोर्ट स्टाफ तक नहीं चुन पा रहे हैं। एक के बाद एक बीसीसीआई ने उनकी दो मांगों को सिरे से खारिज कर दिया। गंभीर जिन चेहरों को अपने कोचिंग स्टाफ में शामिल करना चाहते हैं, भारतीय क्रिकेट बोर्ड उन्हें नकार देता है। पहले गौतम गंभीर के बॉलिंग कोच की पसंद आर विनय कुमार को रिजेक्ट किया गया अब फील्डिंग कोच पर भी ऐसे ही हालात नजर आ रहे हैं।

एक के बाद एक गंभीर की दोनों पसंद खारिज
दरअसल, राहुल द्रविड़ की तरह, भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़, गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे और क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप का कार्यकाल भी टी-20 विश्व कप के साथ खत्म हो चुका है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने द्रविड़, राठौड़, म्हाम्ब्रे और दिलीप को उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया, जिससे श्रीलंका दौरे से हेड कोच गंभीर की अगुवाई में एक नए कोचिंग स्टाफ का संकेत मिला। परंपरागत रूप से, बीसीसीआई मुख्य कोच को अपना सहयोगी स्टाफ चुनने की अनुमति देता है और यही बात गंभीर पर भी लागू होगी। हालांकि, बोर्ड ने गेंदबाजी कोच और फील्डिंग कोच पदों के लिए गंभीर की शीर्ष पसंद को खारिज कर दिया है।

विनय के बाद रोड्स का नाम भी रिजेक्ट
गंभीर ने भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आर. विनय कुमार को गेंदबाजी कोच नियुक्त करने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन बोर्ड इस चयन के पक्ष में नहीं था। मीडिया सूत्रों की माने तो अब रेस में जहीर खान और एल. बालाजी सरीखे दिग्गज हैं। इसके अलावा बीसीसीआई ने फील्डिंग कोच के लिए गंभीर के पसंदीदा उम्मीदवार जोंटी रोड्स को भी रिजेक्ट कर दिया है। क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ फील्डर्स शुमार साउथ अफ्रीकी जोंटी रोड्स कई आईपीएल टीम के साथ काम कर चुके हैं। गंभीर और रोड्स एक साथ लखनऊ सुपर जायंट्स का हिस्सा भी थे। बीसीसीआई सपोर्ट स्टाफ में किसी विदेशी को शामिल नहीं करना चाहता।

विदेशी नहीं BCCI का भारतीय पर भरोसापिछले सात साल से टीम इंडिया में सपोर्ट स्टाफ का हर बंदा सहायक स्टाफ बनाए रखा है और बोर्ड इस प्रथा को कायम रखने का इरादा रखता है। हिंदुस्तान टाइम्स के करीबी सूत्रों ने खुलासा किया कि बीसीसीआई ने कोचिंग भूमिका के लिए जोंटी रोड्स पर विचार किया था, लेकिन पूरी उम्मीद है कि टी दिलीप को ही बतौर फील्डिंग कोच रिपीट किया जाएगा। भारतीय टीम के साथ उनके पिछले सफल कार्यकाल को देखते हुए यह फैसला लेना कोई मुश्किल भी नहीं।