बीसीबी ने महिला टी20 विश्व कप की मेजबानी के लिए बांग्लादेश सेना से आश्वासन मांगा
ढाका
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाए जाने के बाद बांग्लादेश में बनी राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने देश के सेवा प्रमुख से तीन से 20 अक्टूबर के बीच होने वाले महिला टी20 विश्व कप के आयोजन के लिए सुरक्षा का आश्वासन मांगा है। महिला टी20 विश्व कप बांग्लादेश के दो शहरों सिलहट और मीरपुर में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट के अभ्यास मैच 27 सितंबर से शुरू हो जाएंगे।
क्रिकबज के अनुसार, बीसीबी ने बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वेकर उज़ ज़मान को पत्र लिखकर टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सुरक्षा आश्वासन मांगा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भी बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखे हुए है जहां सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों में सैकड़ो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और शेख हसीना को अपना पद छोड़ना पड़ा। आईसीसी समान समय क्षेत्र में इस टूर्नामेंट का आयोजन कर सकता है तथा ऐसे में उसके पास भारत, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका विकल्प होंगे।
बीसीबी अंपायरिंग कमेटी के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद मिठू ने कहा,‘‘हम टूर्नामेंट की मेजबानी करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने आईसीसी महिला टी20 विश्व कप की सुरक्षा को लेकर आश्वासन मांगने के संबंध में गुरुवार को सेना प्रमुख को एक पत्र भेजा है क्योंकि हमारे पास अब केवल दो महीने का समय बचा है।’’
किन शहरों में खेला जाएगा टूर्नामेंट?
महिला टी20 विश्व कप बांग्लादेश के सिलहट और मीरपुर में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट के अभ्यास मैच 27 सितंबर से शुरू हो जाएंगे। क्रिकबज के अनुसार, बीसीबी ने बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वेकर उज जमान को पत्र लिखकर टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सुरक्षा आश्वासन मांगा है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भी बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखे हुए है।
इन देशों को मिल सकती है मेजबानी
माना जा रहा है कि आईसीसी किसी इस टूर्नामेंट का आयोजन समान समय क्षेत्र के भीतर किसी अन्य स्थान पर टूर्नामेंट का आयोजन करा सकता है। इस स्थिति में भारत, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका को मेजबानी का मौका मिल सकता है।
बीसीबी ने मांगी सेना प्रमुख से मदद
बीसीबी अंपायरिंग कमेटी के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद मिठू ने कहा, "हम टूर्नामेंट की मेजबानी करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने महिला टी20 विश्व कप की सुरक्षा को लेकर आश्वासन मांगने के संबंध में गुरुवार को सेना प्रमुख को एक पत्र भेजा है क्योंकि हमारे पास अब केवल दो महीने का समय बचा है।"