International

दशकों से चले आ रहे शोषण के खिलाफ बलोच लोगों ने एक बार फिर से आवाज ऊठाई, कहा – अब यहां आए तो अंजाम भुगतोगे

बलोचिस्तान
दशकों से चले आ रहे शोषण के खिलाफ बलोच लोगों ने एक बार फिर से आवाज ऊठाई है। बलोच यजकेति कमेटी की तरफ से कहा गया है कि पाकिस्तान और चीन मिलकर हमारे स्थानीय संसाधनों का दोहन कर रहे हैं। यह हमारे साथ किसी उपनिवेश की तरह व्यवहार करते हैं। यह काम कई दशकों से लगातार चलता आ रहा है। हम इस दोहन की निंदा करते है और यह चेतावनी देना चाहते हैं कि अब हम शांत नहीं बैठेंगें। हर उत्पीड़न का जवाब दिया जाएगा।

अपने ही क्षेत्र में शरणार्थी हो गए हैं
कमेटी ने अपने बयान में कहा कि हम अपने क्षेत्र में ही शरणार्थी की तरह हो गए हैं। पाकिस्तानी सरकार और सेना लगातार हम पर जुल्म करती है। हमारे नागरिकों अगवा कर लिया जाता है। दशकों से यह सब चलता आ रहा है। दुनिया आगे बढ़ गई है लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने हमें आगे नहीं बढ़ने दिया बल्कि समय में पीछे धकेल दिया है। हम लगातार धमकियों और नरसंहार का सामना कर रहे हैं।

चीन है इस सबकी जड़
समिति ने की शिकायतों की जड़ में चीन और पाकिस्तान के बीच में बनने वाला चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा है। समिति का आरोप है कि इसके कारण पाकिस्तान लगातार चीन के साथ मिलकर हमारे संसाधनों का दोहन करता है और हमारे लोगों कर अत्याचार करता है। इसके कारण क्षेत्र में बिजली से लेकर पीने के पानी तक की कमी हो गई है।

मछलियों की चोरी कर रहा है चीन
 कमेटी की तरफ से कहा गया कि ग्वादर बंदरगाह पर पहले मछलियों की कमी नहीं होती थी। मछुआरे आराम से अपनी आजीविका चला लेते थे, लेकिन चीन अब अपनी बड़ी-बड़ी मशीनों का प्रयोग करके एक साथ बहुत सारी मछलियों को निकाल लेता है, जिससे मछुआरों के खाने के भी लाले पड़ रहे हैं। विरोध करने पर सरकार और सेना द्वारा गायब करवा दिया जाता है। कमेटी का कहना है कि यहां पर चीन और पाकिस्तान के नागरिकों और सेना की अच्छी खासी आबादी हो गई है, जिसके कारण आम आदमी को अपनी जिंदगी जीने के लिए लगातार इनके आसपास रहना पड़ता है और यह उनसे मन मुताबिक व्यवहार करते हैं।

लोगों की बजाय संसाधनों के शोषण पर ध्यान
कमेटी ने पाकिस्तान की सरकार को घेरते हुए कहा कि पाकिस्तान की सरकार जनता की बजाय संसाधनों और जमीन पर नजर जमाएं बैठी है। सीपीईसी जैसे मेगा प्रोजेक्ट का उपयोग भी सरकार ने हमारा शोषण करने के लिए  ही किया है। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद हमारे क्षेत्र को एक खुली जेल में बदल दिया गया है। हमारे जीवन की गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब हो रही है।

अत्याचार नहीं सहेंगे, करारा जवाब देंगे
कमेटी की तरफ से कहा गया कि दशकों पुराने इस शोषण को समाप्त करने का समय आ गया है। हमारे शोषण में पाकिस्तान के साथ शामिल सभी देशों को हम बता देना चाहते हैं कि हम अब यह नहीं सहेंगे। अब हर हमले, हर उत्पीड़न का बदला लेंगे। अपनी जमीन और अपने लोगों का और शोषण नहीं होने देंगे। दरअसल, पाकिस्तान सरकार लगातार बलोच लोगों पर जुल्म करती आ रही है। आजादी के समय ही पाकिस्तान ने बलोचिस्तान को ज्यादती करके हथिया लिया था। तब से पाकिस्तान लगातार वहां के संसाधनों का दोहन किए जा रहा है। बलोच लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार यहां से संसाधनों का दोहन करके उनका इस्तेमाल पाकिस्तानी हिस्से वाले पंजाब में करता है, जिससे यहां तो गरीबी ही बनी रहती है। विरोध करने पर लोगों को गायब करवा दिया जाता है और कोई सुनवाई नहीं होती है। यह सिलसिला दशकों से चला आ रहा है।