वीजा दिक्कतों के कारण पेरिस ओलंपिक में देर से पहुंची तीरंदाजों की मनोवैज्ञानिक
पेरिस
पेरिस ओलंपिक में भारतीय तीरंदाजों के लिये नियुक्त मनोवैज्ञानिक भारतीय टीम को सिर्फ 48 घंटे का समय ही दे सकी हालांकि भारतीय तीरंदाज पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचे और आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन के वादे के साथ अपने अभियान का समापन किया।
पेरिस ओलंपिक में तीरंदाजी स्पर्धा में भारत का अभियान महिला एकल में दीपिका कुमारी और भजन कौर की हार के साथ खत्म हो गया।
बर्मिघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 में पदक जीतने वाली टेबल टेनिस टीम के साथ रही गायत्री वर्तक को पेरिस ओलंपिक के लिये भारतीय तीरंदाजी टीम का खेल मनोवैज्ञानिक नियुक्त किया गया था।
लेकिन अज्ञात कारणों से उन्हें वीजा दो दिन पहले ही मिला और वह शुक्रवार को सुबह ही यहां पहुंची और सीधे स्पर्धा स्थल पर पहुंची जहां धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत मिश्रित युगल मुकाबला खेल रहे थे।
भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने पीटीआई से कहा, ‘‘हमने अपनी ओर से पूरी कोशिश की और हमारे अधिकारी विदेश मंत्रालय तथा फ्रेंच दूतावास के संपर्क में थे लेकिन यह हो नहीं सका।’’
वीजा मसलों के कारण वर्तन पिछले महीने तीरंदाजों को एक भी सत्र नहीं दे सकी।
उनहोंने कहा, ‘‘मैं कल ही पहुंची और सीधे मैदान पर गई। मैं उनसे मैदान पर ही मिली। पिछले एक महीने से मैं उनके साथ नहीं थी तो कोई आफलाइन सत्र हो ही नहीं सका।’’