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भीषण गर्मी के बीच 10 लाख आबादी के लिए सिर्फ 11 दिन का बचा पानी…

इम्पैक्ट डेस्क.

Water Crisis: लखनऊ के ट्रांसगोमती इलाके के इंदिरा नगर, गोमती नगर, चिनहट क्षेत्र की करीब 10 लाख की आबादी के लिए कठौता झील में महज 11 दिनों का पानी और बचा है। शारदा सहायक नहर के बंद होने के बाद से कठौता झील (तृतीय जलकल) में पानी लगातार कम हो रहा है। नहर बंद होने के 11 वें दिन सोमवार तक कठौता की दोनों झीलों में करीब दो-दो फुट पानी घट चुका है।

जलकल विभाग का दावा है कि दोनों झीलों में नहर बंद होने के बाद 22 दिनों तक पानी आपूर्ति किए जाने की क्षमता है। वहीं, सिंचाई विभाग के रोस्टर की मानें तो सफाई के लिए नहर 28 दिनों तक बंद रहेगी। ऐसे में सप्ताह भर के भीतर अगर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं की गई तो आने वाले आठ से दस दिनों में गोमती नगर, इंदिरा नगर और चिनहट के आसापास के क्षेत्र को पानी के संकट का सामना करना पड़ा सकता है।

गोमती नगर स्थित तृतीय जलकल की कठौता व भरवारा झील में पानी शारदा सहायक की इंदिरा नहर से आता है। इसी से इंदिरा नगर, गोमती नगर और आसपास के क्षेत्र की करीब नौ लाख की आबादी को पानी सप्लाई की जाती है। इधर सिंचाई विभाग ने मेंटेनेंस के लिए शारदा नहर को 19 मई से बंद किया है।

जलकल विभाग के सचिव व जोन चार के अधिशाषी अभियंता रमेश चन्द्र बताते हैं दोनों झील में 22 दिनों का पानी रहता है। इस समय 13.8 फुट पानी झीलों में बचा है। फिलहाल 11 दिनों तक सप्लाई प्रभावित नहीं होगी। वहीं कर्मचारियों की मानें तो कठौता में करीब चार फीट पानी कम हुआ है। सिंचाईं खंड के अधिशासी अभियांता ओपी मौर्या ने बताया रोस्टर के अनुसार नहर 28 दिन बंद होती है। इस दौरान काम पूरा हो गया तो 10 जून के बाद ही नहर चलने की कोई संभावना है।