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हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण के बीच नायब सरकार ने 5वीं तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया

पंचकूला
हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण के बीच नायब सरकार ने 5वीं तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। सरकार ने 5वीं कक्षा तक के स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिए है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिला उपायुक्तों को पत्र लिखा गया है।

ऑनलाइन चलेंगी कक्षाएं
पत्र के अनुसार, सरकार ने निर्णय लिया है कि संबंधित उपायुक्त दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में गंभीर एक्यूआई स्तरों को देखते हुए मौजूदा स्थिति (GRAP के अनुसार) का आकलन करेंगे और छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के हित में स्कूलों (सरकारी और निजी) में कक्षा 5वीं तक के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें। संबंधित जिलों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का मूल्यांकन अलग-अलग किया जा सकता है।

प्रदेश के शहर स्मॉग की चादर में लिपटे हैं। पांच दिन से लगातार स्मॉग छाया हुआ है। देश के 22 शहरों में दिल्ली की हवा सबसे ज्यादा खराब है। दिल्ली का एक्यूआइ 396 पहुंच गया तो हरियाणा के आठ शहरों का एक्यूआइ ज्यादा खराब श्रेणी में है। प्रदेश में भिवानी सबसे प्रदूिषत रहा। दो दिन पहले भी इस शहर की हवा ज्यादा खराब थी। प्रदेश में स्मॉग तेजी से बढ़ने के साथ ही हादसे भी बढ़ रहे हैं। ज्यादा खराब श्रेणी में तेजी से शहरों की संख्या बढ़ने के बावजूद प्रदूषण को कम करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। हरियाणा के भिवानी के अलावा बहादुरगढ़, सोनीपत, जींद, रोहतक, कैथल, करनाल, गुरुग्राम की हवा ज्यादा खराब श्रेणी में है, जबकि 10 शहरों का एक्यूआइ 200 से 300 के बीच में पहुंच गया है। इन शहरों में स्माग का यलो अलर्ट : कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी।

दिल्ली के स्कूलों में भी चलेंगी ऑनलाइन कक्षाएं
वहीं, दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर में भी प्रदूषण से हाल बेहाल है। बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली सरकार ने भी दिल्ली के प्राथमिक विद्यालय बंद रखने और ऑनलाइन मोड में कक्षाएं चलाने का एलान किया है।

इस समय उत्तरी इलाकों में जिस प्रकार से एयर पॉल्यूशन बढ़ रहा है। यही कारण है कि सरकारें स्कूलों को बंद रखने का फैसला कर रही हैं। दिल्ली की  मुख्यमंत्री आतिशी ने गुरुवार शाम को एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट में लिखा कि बढ़ते प्रदूषण के स्तर के चलते दिल्ली के सभी प्राथमिक विद्यालय अगले निर्देश तक ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं शुरू करें।