आर्मी जवान और मंगेतर पर हमले का विडियो वायरल होने के बाद 7 आरोपी गिरफ्तार… पांच पुलिस अफसर सस्पेंड किए गए…
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इम्पेक्ट न्यूज। भुवनेश्वर।
ओडिशा के भुवनेश्वर में आर्मी जवान और उसकी मंगेतर पर हमले के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बादे पुलिस ने शनिवार को 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। भुवनेश्वर के एडिशनल DCP कृष्ण प्रसाद दास कहा- आरोपियों के पास से एक वाहन और 11 मोबाइल बरामद हुए हैं। घटना से जुड़े वीडियो-ऑडियो क्लिप भी मिली हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा है। गिरफ्तार आरोपियों में राकेश नाइक, अभिलाष सावंत, अमन कुमार, आदित्य रंजन बेहरा, आकाश पढियारी, हरीश मंता और आशीष कुमार शामिल हैं। उनके खिलाफ BNS की कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
घटना बीते 15 सितंबर की रात करीब 1 बजे हुई थी। इसका खुलासा 19 सितंबर को हुआ था। पीड़ित आर्मी के जवान के मुताबिक, भुवनेश्वर लौटते वक्त कुछ युवकों ने उसके और उसके मंगतेर आर्मी जवान के बदसलूकी की, मारपीट की। पीड़िता ने बताया घटना की शिकायत करने भरतपुर थाने गए तो वहां पुलिसकर्मियों ने हमारे साथ बदसलूकी की। मेरे मंगेतर को लॉकअप में बंद कर दिया गया। पुलिसकर्मियों ने मेरे कपड़े उतारे और मेरा यौन उत्पीड़न किया।
घटना से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
मारपीट और यौन उत्पीड़न के मामले से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इनमें दोनों कई युवकों से घिरे नजर आ रहे हैं। विवाद हो रहा है। युवक महिला से कहते दिख रहे हैं- ये दिल्ली नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सभी के बीच बहस, गाली-गलौज और धक्का-मुक्की होती नजर आ रही है।
पीड़िता का आरोप- मेरा यौन उत्पीड़न किया
खुद पर हुए हमले की शिकायत करने के लिए आर्मी अफसर और महिला भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन पहुंची थी। पीड़ित महिला का आरोप है कि जब हम रोड रेज की शिकायत दर्ज करवाने पुलिस थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनसे पहले बदसलूकी की, फिर आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया।
पीड़ित आर्मी जवान के मुताबिक, उसने (मंगेतर ने) इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की और हाथ-पैर बांध दिए। एक पुरुष अधिकारी ने उसके अंडरगारमेंट उतारे। फिर छाती पर लातें मारीं। थाने में जब इंस्पेक्टर-इंचार्ज पहुंचा तो उसने पीड़ित की पैंट नीचे कर अपना प्राइवेट पार्ट दिखाया और अश्लील बातें कीं। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता को ही बदतमीजी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था।
19 सितंबर को हुआ मामले का खुलासा
15 सितंबर को घटी इस घटना का खुलासा 19 सितंबर को हुआ। हाईकोर्ट से जमानत के बाद पीड़िता का 19 सितंबर को भुवनेश्वर AIIMS में इलाज कराया गया था। तभी घटना के बारे में सभी को पता चला। पीड़ित के आरोपों के बाद DG वाईबी खुरानिया के निर्देश पर 19 सितंबर को ही चांदका थाने में शिकायत दर्ज की गई। उन्होंने क्राइम ब्रांच को जांच के आदेश दिए, जिसके बाद भरतपुर के इंस्पेक्टर इंचार्ज समेत 5 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया।
पीड़ित के पुलिसकर्मियों पर 5 गंभीर आरोप
15 सितंबर को रात 1 बजे मैं अपना रेस्टोरेंट बंद करके आर्मी ऑफिसर के साथ घर लौट रही थी। रास्ते में कुछ युवकों ने हमारा रास्ता रोकने की कोशिश की और छेड़छाड़ करने लगे। पुलिस से शिकायत करने और मदद मांगने के लिए हम भरतपुर थाने पहुंचे। भरतपुर थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो वहां सिविल ड्रेस में मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी हमसे गाली-गलौज करने लगी। थोड़ी देर बाद एक पेट्रोलिंग गाड़ी से कुछ और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे। उन्होंने आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया।
जब मैंने कहा कि वे आर्मी ऑफिसर को हिरासत में नहीं रख सकते, यह गैरकानूनी है, तो दो महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे बाल पकड़ लिए जोर-जोर से मारने लगीं। एक महिला पुलिसकर्मी ने मेरी गर्दन पकड़ने की कोशिश की तो मैंने उसके हाथ पर काट लिया। इसके बाद उन्होंने मेरी जैकेट से मेरे हाथ बांध दिए। एक लेडी कॉन्स्टेबल के स्कार्फ से मेरे पैर बांध दिए। थोड़ी देर बाद एक मेल ऑफिसर आया। उसने मेरे अंडरगारमेंट उतार दिए और छाती पर लातें मारने लगा।
सुबह करीब 6 बजे इंस्पेक्टर-इंचार्ज आया। उसने मेरी पैंट नीचे कर दी। फिर अपनी पैंट नीचे की और प्राइवेट पार्ट दिखाकर अश्लील बातें की। मैं इस दौरान मदद के लिए जोर-जोर से चिल्ला रही थी।
आर्मी ऑफिसर बोले- 4 पुलिसवालों ने मुझे घसीटा, पेंट खोली
आर्मी ऑफिसर ने बताया कि थाने में शिकायत दर्ज कराने के दौरान अचानक चार पुलिस अधिकारियों ने मुझे पकड़ लिया। चारों मुझे घसीटते हुए एक सेल में ले गए। वहां उन्होंने मेरी पैंट उतारी। मेरा सारा सामान ले लिया। मुझे सुबह 3 बजे अवैध रूप से सेल के अंदर बंद रखा। इस बीच लॉबी में दो महिला पुलिस अधिकारियों ने मेरी मंगेतर के साथ मारपीट की।