शीत लहर के प्रकोप से लोगों को बचाने ठंडी रात में पूरी सक्रियता से जुटा प्रशासनिक अमला…
इंपेक्ट डेस्क.
सार्वजनिक स्थलों में रात में अलाव जलाने के साथ बेसहारों, जरूरतमंदों को दिए जा रहे कम्बल एवं गर्म कपड़े.
रैन बसेरों, वृद्धाश्रमों और आश्रय गृहों में भी ठंड से बचाने की जा रही अतिरिक्त व्यवस्था.
रायपुर। देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी शीत लहर का प्रभाव देखा जा रहा है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर लोगों को ठंड और शीत लहर से बचाने सक्रियता से प्रशासनिक अमला जुटा हुआ है। जिलों के कलेक्टर भी रात में चौक-चौराहों और सार्वजनिक जगहों पर पहुॅच कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे है। समाज कल्याण विभाग द्वारा सार्वजनिक स्थलों विशेषकर चौक-चौराहों, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड, यात्री प्रतीक्षालय आदि में रात्रि के समय अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही स्वयंसेवी, समाजसेवी संस्थाओं, दान-दाताओं की मदद से बेसहारा एवं जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े एवं कम्बल आदि वितरण किया जा रहा है। रैन बसेरा,ें वृद्धाश्रम और आश्रय गृहों में भी बुजुर्गो, दिव्यांगों और बच्चों को ठंड से बचाने स्वेटर, शॉल, मंकी कैप, मफ्लर, मोजे, कम्बल प्रदान करने के साथ हीटर और कमरों को ठंड से सुरक्षित बनाने अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है। सार्वजनिक स्थलों में जरूरतमंद बेसहारा, विक्षिप्त लोगों को कंबल और गर्म कपड़े दिए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य में कुछ दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड और शीत लहर के प्रकोप को देखते हुए जरूरतमंदों के लिए जिलों में आवश्यक उपाय किए जाने और विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश कलेक्टरों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शीत लहर के प्रकोप के चलते जरूरतमंदों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न भागों में शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जनसामान्य के लिए सलाह जारी की गई है।