तीन दिन में जांच और एफआईआर की मांग पर अड़ी संघर्ष समिति… डिपाजिट 13 को अडानी को ठेके का मामला…
धीरज माकन. किरंदुल.
डिपाजिट 13 में अडानी की कंपनी को खनन का ठेका मिलने के बाद उपजे हालात पर अभी तक नियंत्रण नहीं मिल सका है। पहाड़ पर अपने देवी की आस्था को लेकर धरना दे रहे संयुक्त संघर्ष समिति ने सांसद दीपक बैज व प्रतिनिधि मंडल के साथ देर शाम चर्चा शुरू की।
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी से लौटने के बाद सीएम से चर्चा और निर्णय की बिंदुवार जानकारी दी। पर बैठक के फैसले से समिति अपने कदम वापस लेने को तैयार नहीं दिख रहा है। संयुक्त पंचायत संघर्ष समिति ने डिपाजिट 13 के खनन को लेकर किए गए ग्राम सभा को फर्जी करार दिया है।
समिति की मांग है कि इस मामले में आगामी 3 दिन में जांच की कार्रवाई पूरी की जाए। जब तक जांच की कार्रवाई पूरी नहीं होती है और दोषियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध नहीं किया जाता है। तब तक आंदोलन समाप्त नहीं किया जाएगा। समाचार लिखे जाने तक सांसद के नेतृत्व में लौटे प्रतिनिधिमंडल से संयुक्त पंचायत संघर्ष समिति चर्चा चल रही है।
मंगलवार दोपहर विधायकों का दल के साथ दंतेवाड़ा पहुंचे सांसद दीपक बैज 13 नंबर खदान में चल रहे वनों की कटाई और अन्य पर रोक का आदेश लेकर किरंदुल सभा स्थल के लिए रवाना हुए। इसके पहले सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते सांसद ने कहा कि मामले को लेकर सीएम के साथ करीब पौन घंटे चर्चा चली।
उन्होंने 2014 में फर्जी ग्राम सभा एवं अवैध पेड़ों की कटाई मामले में जांच कर कार्रवाई के लिए सहमति दी है। वहां चले रह कार्यो पर राज्य शासन ने रोक लगा दिया है। इस दौरान नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, पूर्व विधायक देवती महेंद्र कर्मा, जिलाध्यक्ष विमल सुराना, जवाहर सुराना, दीपक कर्मा, तुलिका कर्मा, मुकुंद ठाकुर समेत अन्य मौजूद थे। इधर, बैलाडीला निक्षेप क्रमांक-१३ को अडानी ग्रुप को दिए जाने का आदिवासियों का विरोध मंगलवार को पांचवे दिन भी जारी रहा।