वास्तु नियमों के अनुसार घर की साफ-सफाई में छोटे बच्चे के कपड़ों का न करें इस्तेमाल
कहते हैं कि जिसके घर में गंदगी रहती है, वहां मां लक्ष्मी निवास नहीं करतीं, इसलिए घर को साफ करना बेहद जरूरी है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में आप वास्तु नियमों के अनुसार घर की साफ-सफाई कर सकते हैं।
घर का मुख्य द्वार सबसे खास माना जाता है। इससे घर की पहचान की जाती है। ऐसे में आप मुख्य द्वार को अच्छे से साफ कर लें। अगर आपका मुख्य द्वार आवाज करता है, तो पहले उसे ठीक करा लें। दरवाजे से आवाज का आना शुभ नहीं माना जाता।
यदि घर में कुछ ऐसी चीजें हैं, जो इस्तेमाल में लाने के लायक नहीं हैं तो उन्हें तुरंत हटा दें। टूटे शीशे, फटे-पुराने कपड़े और खराब जूते-चप्पल हटा देने चाहिएं। माना जाता है कि घर में पड़ी पुरानी टूटी चीजें बरकत रोकती हैं। घर की उत्तर-पूर्व दिशा को सही से साफ कर लें क्योंकि इस स्थान को देव का स्थान माना जाता है।
सफाई-पोछा की शुरुआत उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा से करें। झाड़ू कभी भी खुली जगह पर नहीं रखना चाहिए और इसे हमेशा साफ रखना चाहिए। सूर्यास्त के समय या बह्ममुहूर्त में कभी भी झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए पानी में नमक डालकर पोछा लगा सकते हैं। घर की साफ-सफाई के लिए छोटे बच्चे के कपड़ों का इस्तेमाल न करें।
घर में रुपए, पैसे और आभूषण रखने वाले स्थान के पास झाडू अथवा कूड़ा न रखें। इससे अलक्ष्मी का आगमन होता है।
सुबह और शाम घर एवं दुकान के मंदिर में शुद्ध घी का एक दीपक जलाएं।
लक्ष्मी की वृद्धि और उन्नति के लिए ईशान कोण में लक्ष्मीनारायण भगवान की श्री विग्रह स्थापित कर सकते हैं।