गोलघर में लगे तड़ित चालक से केबल चोरी जाने का मामला सामने आया, सुरक्षा की खुली पोल
भोपाल
शाहजहांनाबाद थाना इलाके में स्थित गोलघर में लगे तड़ित चालक से केबल चोरी जाने का मामला सामने आया है। वारदात को किसने अंजाम दिया, फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है। राज्य संरक्षित इस स्मारक को आकाशीय बिजली से बचाने के लिए मप्र पर्यटन विकास निगम ने यह यंत्र लगवाया है।
संरक्षित स्मारक होने की वजह से यहां सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहते हैं। इसके बावजूद केबल चोरी हो जाने से गोलघर में सुरक्षा की पोल खुल गई है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने चोरी का प्रकरण दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। अज्ञात चोर का पता लगाने के लिए पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।
शाहजहांनाबाद थाना पुलिस के मुताबिक गोलघर के प्रभारी तकनीकी सहायक डॉ. अहमद अली ने मंगलवार रात शिकायत दर्ज कराई थी। उसमें बताया कि पुरातात्विक महत्व की इमारत गोलघर को आकाशीय बिजली से बचाने के लिए तड़ित चालक लगाया गया है। 20 अक्टूबर तक तड़ित चालक का केबल लगा हुआ था। उसके बाद उसका केबल चोरी चला गया।
इस बारे में बाणगंगा स्थित संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय को भी सूचित किया गया है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर लिया गया है। चोरी गए केबल की कीमत 50 हजार रुपये बताई गई है। पुलिस गोलघर में तैनात सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ करेगी।
गोलघर में जहां से चोरी हुई, वह बी-ब्लॉक कहलाता है। उसे पहले घुड़साल के नाम से जाना जाता था। फिलहाल गोलघर की सुरक्षा दीवार बनाने का काम भी चल रहा है। जिसे दीवार बनाने का ठेका मिला है, उसके कर्मचारी व मजदूर भी परिसर में रहते हैं। पुलिस उनसे भी पूछताछ करेगी।