मोदी सरकार झीरम की फाइल वापस करे : लखेश्वर बघेल
इम्पेक्ट न्यूज. जगदलपुर।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और अन्य भाजपा नेताओं द्वारा झीरम नरसंहार पर की जा रही बयानबाजी पर बस्तर विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा इन बयानों से भाजपा की बदनीयती साफ झलक रही है।
उन्होंने कहा है कि रमन सिंह की नीयत में खोट नही है तो मोदी सरकार को कहे झीरम की फाइल, राज्य सरकार को वापस करे ताकि झीरम की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी अपना काम कर सके । झीरम कांड, रमन सिंह के मुख्यमंत्री रहते तत्कालीन भाजपा सरकार के माथे पर बेगुनाहों के खून का लगा वह दाग है जो कोरी बयानबाजी से नही मिट सकेगा।
प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा है कि क्या कारण है झीरम की जांच नही होने दी जा रही है आखिर किसको बचाने या कौन सा तथ्य छुपाने झीरम की जांच फिर से शुरू करने में भाजपा की केंद्र सरकार अड़ंगेबाजी लगा रही है?
झीरम हत्याकांड देश का सबसे क्रूर राजनैतिक हत्याकांड था इसमें कांग्रेस के नेताओ की पूरी पीढ़ी को मार दिया गया था। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा किसके आदेश पर हटाई गई थी? हत्यारो ने शहीद नन्दकुमार पटेल ,शहीद दिनेश पटेल की शिनाख्त कर के हत्या क्यो की ? ऐसे अनगिनत सवाल है जिनका जबाब प्रदेश की जनता जानना चाहती है । इन सवालों के जवाब निष्पक्ष जांच से ही सामने आएंगे ।
प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा है कि क्या कारण है जो भाजपा नही चाहती झीरम का सच सामने आए? जब राज्य में भाजपा की सरकार थी तब विधान सभा मे घोषणा के बाद सीबीआई जांच की अनुशंसा रमन सरकार ने क्यों नहीं की ?न्यायिक जांच आयोग और एनआईए की जांच के दायरे में षड्यंत्र को जांच का बिंदु क्यो नही बनाया गया?
जैसे ही केंद्र में यूपीए सरकार की जगह भाजपा की मोदी सरकार बनी एनआईए ने मामले में जांच की खानापूर्ति कर फाइल बंद क्यो कर दी ? भाजपा और रमन सिंह झीरम की जांच के नाम पर बौखला क्यो जाते हैं ? भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए इस दुर्दान्त नरसंहार की जांच भाजपा क्यों नहीं होने देना चाह रही है ।