बिलासपुर में ओपन थियेटर से किया जा रहा शुरु, पर्यटकों के लिए होगी कई तरह की सुविधाएं
बिलासपुर
कोनी मार्ग पर स्थित बिलासा ताल उद्यान में अब नाट्य मंच का आयोजन हो सकेगा। वन विभाग यहां ओपन थियेटर बनाने जा रहा है। जगह चिंहित के साथ बजट भी स्वीकृत हो चुका है। निर्माण सामग्री भी डंप होने लगी है। विभाग इसे मंच के निर्माण को लेकर जिस तरह दिलचस्पी दिखा रहा है, उससे माना जा रहा है कि डेढ़ महीने के बाद मंच बनकर तैयार हो जाएगा।
बिलासा ताल उद्यान में ओपन थियेटर बनाने के पीछे विभाग के दो प्रमुख उद्देश्य हैं। पहला कलाकारों को कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए मंच देना और उद्यान की आमदनी बढ़ाना। यह उद्यान वैसे तो बेहद खूबसूरत है। हरियाली व तालाब का यह केंद्र पर्यटकों को खूब भाता भी है। लेकिन, यहां जिस तरह आमदनी होनी चाहिए कहीं न कहीं उसकी कमी विभाग महसूस कर रहा है। राजस्व कम आने के कारण मेंटेनेंस भी प्रभावित होता है।
दरअसल यहां के लिए विभाग के पास अलग से बजट नहीं है। ऐसे में विभाग चाह रहा है कि बिलासा ताल उद्यान से प्राप्त होने वाले राजस्व से इसे विकसित किया जाएगा। पर्यटकों के लिए कई तरह की सुविधाएं देने की योजना भी है। इसकी शुरुआत ओपन थियेटर से किया जा रहा है। जगह चयन को लेकर पिछले दिनों वनमंडलाधिकारी, एसडीओ व वन परिक्षेत्र अधिकारी निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे।
इस दौरान कैफेटिरिया के बाजू की खाली जमीन को चिंहित किया गया है। यह जगह लान की तरह है और थियेटर निर्माण के लिए जितना स्थान चाहिए, वह पर्याप्त है। थियेटर का निर्माण इसी महीने के अंत तक शुरू हो जाएगा। निर्माण सामाग्री डंप करने का काम प्रारंभ भी हो गया है।
150 दर्शकों की रहेगी क्षमता
ओपन थियेटर के बैठने की क्षमता 150 दर्शकों की होगी। वहीं मंच 20 बाई 20 का बनाया जाएगा। वन विभाग की माने तो कार्यक्रम की प्रस्तुति देने के लिए इतनी जगह पर्याप्त है। हरियाली के इस अनोखे केंद्र में जब कलाकार प्रस्तुति देंगे, तो उन्हें एक अलग तरह का आनंद आएगा। दर्शकों भी यह जगह खूब पसंद आएगी।
निर्माण के बाद किराए का निर्धारण
वन विभाग ओपन थियेटर को किराए पर देगा। इस पर सहमति भी बन चुकी है। हालांकि किराया कितना होगा इसका निर्धारित अभी नहीं हो सका है। विभाग का कहना है कि किराया कम रख जाएगा, ताकि कलाकार आसानी से उसका भुगतान कर सके।
शहर का होगा पहला ओपन थियेटर
वन विभाग का दावा है कि बिलासा ताल में बनने वाला यह ओपन थियेटर शहर का पहला होगा। बंद थियेटर तो शहर में हैं। इसका अभाव था। इसीलिए इसकी योजना बनाई गई है। मंच व बैठक स्थल सीमेंट का बनेगा। इसलिए विभाग का मानना है कि निर्माण में डेढ़ महीने से ज्यादा समय नहीं लगेगा।