तेज तूफान व अंधड़ ने मचाया कोहराम…. कई घरों पर गिरे पेड़
इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
कल देर शाम को अचानक मौसम बदला और तेज आंधी व बारीश ने दोरनापाल में कोहराम मचा दिया है। तेज हवा ने कई घरों की छत उड़ा दी तो बारीश ने घर में रखे सामान को खराब कर दिया। इसके अलावा करींगुड़म आश्रम जिसे क्वारटाईन सेंटर बनाया गया था जहां करीब 40 मजदूरों को रखा गया था उस पर पेड़ गिर गया। हालांकि किसी भी प्रकार की जनमाल का नुकशान नहीं हुआ। मौके पर पहुंची तहसीलदार की टीम ने सुधार कार्य शुरू कर दिए साथ ही जल्द ही लोगो को मुआवजा देने की बात कही।
शनिवार देर शाम करीब 6.30 बजे अचानक मौसम बदल गया। आसमान मेें गरज के साथ तेज हवा चलने लगी। हवा इतनी तेज थी कि दोरनापाल स्थित कई घरों की छते ही उड़ा ले गई। साथ ही क्वारीटाईन सेंटर भवन पर पेड़ गिर गया। यहां तक कि घर के सामने खड़े टेªेक्टर व गाड़ी पर भी पेड़ गिर गऐ। अचानक आए इस तूफान से बचाव के लिए लोग कुछ कर पाते कि बारीश शुरू हो गई। और घरों का सामान खराब कर दी। रात होने के कारण लोग ज्यादा कुछ नहीं कर पाऐं। हालांकि दो-तीन घंटे के बाद मौसम थोड़ा ठीक जरूर हुआ। इधर लोग अपने घरो का सामान बचाते हुए नजर आऐ।
बड़ा हादसा टला
क्वारीटाई सेंटर का कर्मचारी ने बताया कि जिस वक्त तूफान आया उस समय क्वारीटाईन सेंटर के कमरों में 40 मजदूर रूके हुए थे। अचानक तूफान आया तो एक पेड़ भवन पर गिर गया। हालांकि वक्त रहते सभी मजदूरों को दुसरी जगह शिफ्ट किया गया। भवन को थोड़ा नुकशान जरूर हुआ है
जिला मुख्यालय में भी हुई जबरदस्त बारीश
दिनभर उमस व तेज गर्मी के बाद देर शाम को मौसम में बदलाव हुआ। आसमान में काले बादल छा गए और तेज हवा चलने लगी। एकाएक तेज हवा के साथ बारीश शुरू हो गई। करीब एक घंटे तक तेज बारीश हुई। जिसके बाद मौसम ठंडा हुआ। जहां एक और लोगो को गर्मी से राहत जरूर मिली लेकिन दुसरी और इस बारीश ने खेती-किसानी और वनोपज को नुकशान भी पहुंचाया है।
इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए दोरनापाल तहसीलदार महेन्द्र लहरे ने बताया कि कल शाम को आंधी-तूफान आया उसके बाद हमारी टीम ने नगर का दौरा किया कि किसी भी प्रकार की जनहानि तो नहीं हुई। क्योंकि कुछ घरों पर पेड़ गिर गए थे। मामूली चोट आई उन्हे अस्पताल भेज दिया गया था। उसके बाद आज आरबीसी 6, 4 के अन्तर्गत प्रभातिवों को सर्वे किया जा रहा है। आज ही उन्हे मुआवजा राशि उपलब्ध करा दी जाऐंगी ताकि उन्हे परेशान ना होना पड़े।