अमेठी में किशोरी लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद स्मृति ईरानी ने बड़ा बयान दिया, कांग्रेस ने अमेठी में मानी हार
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अमेठी में किशोरी लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद केंद्रीय स्मृति ईरानी ने बड़ा बयान दिया है। स्मृति ने कहा कि साल 2019 में अमेठी की जनता ने गांधी परिवार को राजनीतिक रण में त्यागा। अमेठी के चुनाव में गांधी परिवार का नाम लड़ना इस बात का संकेत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमेठी का जो बहुमुखी विकास हुआ है। अमेठी की जनता पूछ रही है कि साल में एक सांसद इतना विकास कर सकती है तो 50 साल तक और 15 साल तक लापता रहने वाले एक संसद ने काम क्यों नहीं किया।
स्मृति ईरानी ने कहा कि आज का दिन अमेठी की जनता के लिए जीत का दिन है। कार्यकर्ताओं की मेहनत और विकास कार्यों की देन है। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया। अगर बीजेपी सांसद के तहत पिछले पांच वर्षों में अमेठी में विकास संभव था, तो कांग्रेस ने पिछले कई दशकों में अमेठी को इतना नुकसान क्यों पहुंचाया? ररायबरेली से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने के सवाल के बाबत स्मृति ने कहा कि मैं रायबरेली में दिशा के अध्यक्ष रही हूं। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व प्रशासनिक कार्यों और जनता की दरकार के लिए उपस्थित नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि मेहमानों का स्वागत है।
उन्होंने कहा कि हमलोग अतिथियों के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, इतना ही कह दूं कि अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में वोट पड़ने से पहले ही अमेठी से अपना हार स्वीकार कर चुकी है। अगर उन्हें लगता कि यहां जीत की कोई भी गुंजाइश हो तो वे यहां से लड़ते।